Edited By Vijay, Updated: 02 May, 2024 08:24 PM
एक शख्स ने फाइनांस कंपनी और कुछ वाहन मालिकों को लगभग पौने 2 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया है। फर्जी फार्मों के सहारे न केवल गाड़ियों से लोन उतारा गया बल्कि मालिक तक बदल दिए गए।
ऊना (सुरेन्द्र): एक शख्स ने फाइनांस कंपनी और कुछ वाहन मालिकों को लगभग पौने 2 करोड़ रुपए का चूना लगा दिया है। फर्जी फार्मों के सहारे न केवल गाड़ियों से लोन उतारा गया बल्कि मालिक तक बदल दिए गए। वाहन मालिकों से यह कहकर उनके वाहन लिए गए कि किसी विभाग में उनकी गाड़ी लगाई जाएगी और उन्हें इसकी एवज में 60 हजार रुपए प्रतिमाह दिए जाएंगे। झांसे में आकर लोगों ने अपनी गाड़ियां दे दीं और शातिरों ने उन गाड़ियों को फर्जी दस्तावेजों के सहारे आगे बेच दिया। 2 गाड़ियां तो ऐसी भी हैं जिन पर दोबारा लोन तक हो गया है। पुलिस ने इस खेल के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया है और उसके सहयोगी एजैंट सहित अन्य को जांच के दायरे में ले लिया है। माना जा रहा है कि जल्द ही उनकी गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।
मास्टरमाइंड की निशानदेही पर 6 गाड़ियां रिकवर
जांच के दौरान पुलिस ने मास्टरमाइंड आशुतोष की निशानदेही पर 6 गाड़ियां रिकवर की हैं जोकि ऊना और पंजाब में बेची जा चुकी थीं। इनमें वरना, हैरियर, वैन्यू, क्रेटा, कीआ शामिल है। पुलिस ने इस मामले में एक बाइक को भी रिकवर किया है। एक निजी फाइनांस कम्पनी ने 9 फरवरी, 2024 को ऊना थाना सदर में शिकायत दर्ज करवाई कि उनके साथ 96 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई है। गाड़ियों के लोन को फर्जी 35 नम्बर फार्म और फर्जी साइन करके लोन उतरवाया गया है। इसकी जांच के दौरान पुलिस ने इस धोखाधड़ी को बड़ा खेल पाया। एस.एच.ओ. सदर मनोज वालिया ने मामले में सिटी चौकी के अनिल कुमार को जांच अधिकारी लगाया और उन्होंने इस मामले का पटाक्षेप किया और कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए इस मामले में मास्टरमाइंड आशुतोष निवासी बसदेहड़ा को गिरफ्तार कर लिया है। इस जांच के दौरान पाया गया कि फाइनांस कम्पनी की स्टैम्प भी स्कैन करके चस्पां किया गया था।
आरटीओ कार्यालय ऊना की लापरवाही भी आई सामने
आरटीओ कार्यालय ऊना ने भी इस पूरे मामले में एक तरह से लापरवाही से कार्य किया है। जाली फार्म, जाली स्टैम्प और जाली हस्ताक्षरों को वह पकड़ नहीं पाए और न ही उन्होंने इस संबंध में फाइनांस कम्पनी से पुष्टि करवाई। न केवल लोन उतरवा दिए गए बल्कि वाहनों के मालिक भी बदल दिए गए। जांच दायरा बढ़ने के दौरान विभागीय कर्मचारियों को भी जांच में शामिल किया जा सकता है। पुलिस की मानें तो फाइनांस कम्पनी को 96 लाख रुपए का चूना लगाया गया है जबकि वाहन मालिकों को लगभग 66 लाख रुपए का चूना लगा है।
क्या बोले एएसपी ऊना
एएसपी ऊना संजीव भाटिया ने कहा कि पुलिस ने इस संबंध में मुख्य आरोपी आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है और स्थानीय एजैंट सहित अन्य को जांच के दायरे में लिया गया है। कुछ और पहलुओं पर भी जांच की जा रही है।
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