Edited By Kuldeep, Updated: 28 Apr, 2025 07:28 PM

अगर हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के काम ठप्प हैं, तो इसके लिए केवल वर्तमान सुक्खू कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है।
मंडी (रजनीश):अगर हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के काम ठप्प हैं, तो इसके लिए केवल वर्तमान सुक्खू कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। सोमवार को मंडी में प्रैस वार्ता को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा ने कहा कि मनरेगा को लेकर प्रदेश में कांग्रेस के मंत्री भी झूठ बोल रहे हैं। सवाल तो ये खड़े होते हैं कि कांग्रेस सरकार बताए कि क्या 11 दिसम्बर, 2024, 7 जनवरी, 2025, 27 फरवरी, 2025 और 25 मार्च, 2025 को केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश के खजाने में मनरेगा के तहत 25 करोड़ नहीं भेजे गए थे। क्या वित्त वर्ष 2024 एवं 2025 में मनरेगा के 414 करोड़ नहीं आए? कर्ण नंदा ने कहा कि अगर मनरेगा की बकाया राशि हिमाचल प्रदेश के खजाने में नहीं आई, तो इसके लिए कांग्रेस सरकार ही जिम्मेदार नहीं है।
उन्होंने कहा कि मनरेगा के अंतर्गत अगर पूरे देश की बात करें, तो 75 प्रतिशत खर्च केंद्र सरकार वहन करती है और 25 प्रतिशत प्रदेश सरकार। कर्ण नंदा ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने मनरेगा स्कीम के तहत केंद्र सरकार को 123.24 करोड़ देने हैं, जिसके कारण हिमाचल प्रदेश की किस्त लंबित है। अगर हम इनके सब हैड की बात करें, तो वेतन के 95.41 करोड़, सामग्री के 25.22 करोड़ और प्रशासनिक व्यय के 2.60 करोड़ देनदारी हिमाचल सरकार की है। जब यह देनदारी हिमाचल प्रदेश केंद्र को दे देगा, तो मनरेगा के अंतर्गत भी सभी पैसा प्रदेश का आ जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अपनी एक भी गलती नहीं मानेगी, पर केवल मात्र केंद्र को दोष देगी। इस मौके पर प्रशांत शर्मा, वीरेंद्र आर्य व कुलदीप ठाकुर उपस्थित रहे।