Edited By Rahul Singh, Updated: 08 Aug, 2024 10:47 AM
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई आपदाओं के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी स्थिति को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर काम करना शुरू कर दिया है। इसे तरह मलाणावासियों ने मुश्किल वक्त में चुनौतियों को स्वीकार कर उनका समाधान निकाला है।
हिमाचल। हिमाचल प्रदेश में हाल ही में हुई आपदाओं के बाद, स्थानीय ग्रामीणों ने अपनी स्थिति को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए एकजुट होकर काम करना शुरू कर दिया है। इसे तरह मलाणावासियों ने मुश्किल वक्त में चुनौतियों को स्वीकार कर उनका समाधान निकाला है। बता दें कि एक सप्ताह पहले आई आपदा ने मलाणा को देश दुनिया से काटकर रख दिया है। गांव के लिए सड़क, बिजली, पानी की आपूर्ति ठप है।
मलाणा के लोगों का हौसला नहीं टूटा
दो दिन पहले ग्रामीणों ने एकजुटता का संदेश देते हुए मलाणा के उफनते नाला पर एक लकड़ी का पुल तैयार कर दिया। अब ग्रामीणों ने हेलीपैड बनाने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को काफी अधिक संख्या में ग्रामीण हेलीपैड के लिए जगह समतल करने में जुट रहे। किसी ने कुदाली, फावड़ के साथ तो किसी ने पत्थर तोड़कर अपना सहयोग दिया। मलाणा में हो रही बारिश के बीच ग्रामीण हेलीपैड के लिए जगह समतल करने में जुटे रहे। प्राइमरी स्कूल मलाणा के साथ ग्रामीणों ने एक जगह का चयन किया है। पहले इस जगह की पैमाइश की गई इसके बाद ग्रामीण इस पर हेलीपैड बना रहे हैं। गौर रहे कि जिला प्रशासन की ओर से छह सदस्यों वाली निगरानी टीम को मलाणा भेजा गया था।
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आपदा प्रबंधन के तहत गई टीम के अधिकारियों ने कहा कि अगर हेलिकॉप्टर उतरने के लिए जगह उपलब्ध होती है तो राशन को हेलिकॉप्टर के माध्यम से मलाणा में पहुंचाया जा सकता है। इसके साथ मलाणा में मरीजों को भी लिफ्ट किया जा सकता है। गौर रहे कि मलाणा को जोड़ने वाली जरी-मलाणा सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। सड़क को बहाल होने में काफी वक्त लगेगा।