Edited By Kuldeep, Updated: 14 Aug, 2023 07:50 PM

कंडाघाट विकास खंड के ममलीग ग्राम पंचायत के जडौन में बादल फटने से हुए भूस्खलन से दो मकान जमींदोज हो गए। इसमें एक ही परिवार के चार बच्चों सहित सात लोगों की दबने से मौके पर ही मौत हो गई।
कुनिहार (नेगी): कंडाघाट विकास खंड के ममलीग ग्राम पंचायत के जडौन में बादल फटने से हुए भूस्खलन से दो मकान जमींदोज हो गए। इसमें एक ही परिवार के चार बच्चों सहित सात लोगों की दबने से मौके पर ही मौत हो गई। एक महिला बुरी तरह घायल से हो गई जिसे उपचार के लिए सी.एच.सी. सायरी में भर्ती किया गया है। सोमवार सुबह करीब 3 बजे सेरीघाट-नेरी रोड पर बादल फटने से हुए भूस्खलन से जडौन गांव में भारी तबाही मच गई। पानी के सैलाब के साथ हुए भूस्खलन ने हरनाम सिंह के मकान के साथ दूसरे मकान के आधे हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया। इससे इन दोनों घरों के अंदर गहरी नींद में सोए चार बच्चों सहित 7 लोगों को अपनी आंख खोलने का भी मौका नहीं मिला। ग्रामीणों को जैसे ही सूचना मिली वह मौके पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्य शुरू किया। प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचने से पहले ही ग्रामीण 7 शवों को मलबे से बाहर निकाल चुके थे। भारी बारिश के कारण सभी सड़क मार्ग बंद थे। यही वजह थी ग्रामीणों ने अपने स्तर पर ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया था। इस हादसे में मारे गए दोनों परिवारों के सदस्य आपस में रिश्तेदार थे। मृतक कमल किशोर मृतक हरनाम सिंह का जीजा था। हरनाम सिंह का पूरा परिवार इस हादसे में काल का ग्रास बन गया जबकि कमल किशोर की पत्नी कमलेश इसमें घायल हो गई जबकि पिता रतीराम व माताजी के साथ दूसरे भाई का परिवार भी उसी मकान में सोए हुए थे जो आधा मलबे की चपेट में आने से बच गया।
जानकारी के अनुसार हरनाम सिंह (38) पुत्र रतीराम, खेम लता (34) पत्नी हरनाम सिंह, राहुल (13) पुत्र हरमान सिंह, नेहा (11) पुत्री हरनाम सिंह, कमल किशोर (38) पुत्र भगत राम, गौरव (9) पुत्र कमल किशोर व रक्षा (12) पुत्री कमल किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। कमलेश पत्नी कमल किशोर इस घटना में घायल हो गई।
मुख्यमंत्री ने लिया जायजा
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार को सोलन विधानसभा क्षेत्र की ममलीग तहसील के जडौन गांव का दौरा किया और प्रभावितों को ढांढस बंधाते हुए उन्हें यथोचित सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों से बातचीत कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया। सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि अपनों की क्षति अपूर्णीय है और मृतक परिवारों के दु:ख को किसी भी प्रकार कम नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि ऐसी दु:खद स्थिति में प्रदेश सरकार प्रभावितों के साथ है। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों को घर बनाने के लिए एवं अन्य आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश वर्तमान में गत 50 वर्षों में सबसे बड़ी आपदा झेल रहा है। ऐसे में त्वरित राहत एवं पुनर्वास के साथ-साथ बादल फटने जैसी घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण खोजने आवश्यक हैं ताकि भविष्य में जान-माल की क्षति को कम किया जा सके। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डा. धनीराम शांडिल, लोक निर्माण तथा युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह, उपायुक्त सोलन मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी तथा ग्रामवासी उपस्थित थे। प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने भी सोलन विधानसभा क्षेत्र की ममलीग तहसील के जडौन गांव में प्रभावितों से भेंट कर संवेदनाएं प्रकट कीं।