Edited By Vijay, Updated: 11 Oct, 2022 10:07 PM

लंका पर चढ़ाई के बाद रावण दहन के उपरांत अधिष्ठाता रघुनाथ सिया और लखन सहित रघुनाथपुर को लौट गए। ढालपुर मैदान में रघुनाथ जी ने दशहरा उत्सव में आए सभी देवी-देवताओं को विदा किया। रघुनाथ जी की भव्य रथयात्रा के साथ कुल्लू दशहरा उत्सव का समापन हो गया।
सभी देवी-देवताओं को किया विदा
कुल्लू (ब्यूरो): लंका पर चढ़ाई के बाद रावण दहन के उपरांत अधिष्ठाता रघुनाथ सिया और लखन सहित रघुनाथपुर को लौट गए। ढालपुर मैदान में रघुनाथ जी ने दशहरा उत्सव में आए सभी देवी-देवताओं को विदा किया। रघुनाथ जी की भव्य रथयात्रा के साथ कुल्लू दशहरा उत्सव का समापन हो गया। लंकाबेकर में रावण दहन की रस्म को निभाने के उपरांत जैसे ही कैटल मैदान पहुंचे तो माता सीता को भव्य पालकी में लाकर रघुनाथ जी के साथ रथ में बैठाया और जय श्रीराम के उद्घोष के साथ लोगों ने रथ को खींचना शुरू कर दिया। रथ की डोर को स्पर्श करके भी लोगों ने पुण्य कमाया। उसके उपरांत रघुनाथ जी पालकी में सवार होकर रघुनाथपुर स्थित देवालय को लौट गए। रघुनाथ जी के छड़ीबरदार महेश्वर सिंह, कारदार दानवेंद्र सिंह, हितेश्वर सिंह व आदित्य विक्रम सहित राज परिवार के सभी सदस्यों ने भी देवी-देवताओं को विदा किया। दानवेंद्र सिंह ने कहा कि अब देवी-देवताओं को अगले वर्ष उत्सव में आमंत्रित किया जाएगा।
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