Edited By Vijay, Updated: 13 Jul, 2025 05:49 PM

हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया रविवार को दिल्ली से भोपाल के लिए रवाना हुए। वह भोपाल में पीठासीन अधिकारियों की समिति की बैठक में भाग लेंगे। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला...
शिमला (राक्टा): हिमाचल प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया रविवार को दिल्ली से भोपाल के लिए रवाना हुए। वह भोपाल में पीठासीन अधिकारियों की समिति की बैठक में भाग लेंगे। इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने नई दिल्ली में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से शिष्टाचार भेंट की। लोकसभा अध्यक्ष के सरकारी आवास पर हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच देश व प्रदेश के आर्थिक, राजनीतिक तथा वैधानिक विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष को मंडी जिले के साथ ही प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भारी बारिश, भूस्खलन तथा बादल के फटने से उत्पन्न हुई भयावह स्थिति से भी अवगत करवाया, साथ ही आग्रह किया कि वह प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदेश को उदार आर्थिक सहायता प्रदान करने की पैरवी करें, ताकि राहत एवं पुनर्वास कार्यों काे गति प्रदान की जा सके।
प्रदेश को प्राकृतिक आपदा से सैंकड़ों करोड़ का नुक्सान
कुलदीप सिंह पठानिया ने अवगत करवाया कि प्रदेश को प्रचंड बाढ़, भूस्खलन तथा बादल फटने से सैंकड़ों करोड़ का नुक्सान हुआ है। दोनों नेताओं के बीच संसदीय प्रणाली को मजबूत किए जाने पर भी चर्चा हुई, साथ ही राज्य तथा केंद्र के बीच किस तरह से सौहार्द तथा मजबूत रिश्ते बने रहें, उस पर भी मंथन किया गया। इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने पठानिया को राष्ट्रमंडल संसदीय संघ भारत क्षेत्र-2 के धर्मशाला में बेहतरीन आयोजन के लिए बधाई दी तथा हर अतिथि का जिस तरह से विधानसभा अध्यक्ष ने व्यक्तिगत तौर पर आतिथ्य सत्कार किया, उसके के लिए भी उनकी पीठ थपथपाई। इस अवसर पर विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा भी मौजूद थे।
अधिक से अधिक इस्तेमाल हो तपोवन विधानसभा भवन
इस अवसर पर दोनों नेताओं के बीच राज्य विधान मंडलों तथा सरकारों के बीच बेहतर समन्वय तथा विधानसभा सचिवालय को वित्तीय स्वायत्तता इत्यादि विषयों पर भी चर्चा हुई। कुलदीप सिंह पठानिया ने तपोवन विधानसभा भवन के अधिक से अधिक इस्तेमाल बारे भी चर्चा की तथा आग्रह किया कि लोकसभा सचिवालय की संसदीय शोध एवं अनुसंधान शाखा को निर्देश देकर तपोवन विधानविधानसभा भवन को प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए इस्तेमाल किया जाए, ताकि उसकी समय-समय पर मुरम्मत तथा देखभाल का कार्य चलता रहे।