जुमलेबाज सरकार ने जनता को ईश्वर भरोसे छोड़ा: राजेंद्र राणा

Edited By prashant sharma, Updated: 22 Apr, 2021 02:58 PM

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देशभर में ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाइयों की कमी को लेकर मची हाहाकार और देश का स्वास्थ्य तंत्र पूरी तरह चरमरा जाने पर सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने सरकार पर करारा हमला बोला है।

हमीरपुर : देशभर में ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाइयों की कमी को लेकर मची हाहाकार और देश का स्वास्थ्य तंत्र पूरी तरह चरमरा जाने पर सुजानपुर के विधायक व प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष राजेंद्र राणा ने सरकार पर करारा हमला बोला है। राणा ने कहा है कि केंद्र की जुमलेबाज सरकार ने देश की जनता को सबसे बुरे दिनों में धकेल दिया है और आज हालत यह है कि जनता को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने की बजाय वोट की राजनीति का खेल खेलना मोदी सरकार की पहली प्राथमिकता बन गई है।

आज यहां जारी एक बयान में उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान पिछले एक साल के दौरान दुनिया के तमाम देशों ने सबक सीखते हुए अपने-अपने देशों में स्वास्थ्य तंत्र को मजबूत करने पर फोकस किया, लेकिन मोदी सरकार ने गैर भाजपा शासित राज्यों में सरकारों को अस्थिर करने और देश में वोट की राजनीति का घिनोना खेल खेलने में ही अपनी पूरी ऊर्जा लगा दी। उन्होंने कहा आज स्थिति यह है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर में भाजपा शासित राज्यों सहित पूरे देश में स्वास्थ्य तंत्र चरमरा कर रह गया है। कोरोना मरीजों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे। गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन नहीं मिल रही और ना ही जीवन रक्षक दवाइयां उपलब्ध हो पा रही हैं। उन्होंने कहा कि आए दिन मीडिया में यह खबर प्रकाशित हो रही हैं कि ऑक्सीजन की कमी से बड़ी संख्या में मरीज तड़प तड़प कर अपनी जान से हाथ धो रहे हैं। 

उन्होंने कहा मोदी सरकार विदेशों में कोरोना वैक्सीन भेज कर अपनी अंतरराष्ट्रीय छवि चमकाने में लगी रही जबकि देश में इस वैक्सीन की भारी कमी का शिकार देश की जनता हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना विकसित बनाने वाली प्राइवेट कंपनियों पर भी सरकार का नियंत्रण नहीं रहा और प्राइवेट कंपनियों ने कोरोना वैक्सीन के दाम मनमाने तरीके से बढ़ा दिए है, जिसके पीछे भी सरकारी मिलीभगत नजर आती है। राणा ने हिमाचल प्रदेश में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों व अनुबंध कर्मचारियों का वेतन काटे जाने के प्रदेश सरकार के तानाशाही पूर्ण फैसले पर भी सवाल उठाते हुए इसे बहुत असंवेदनशील मामला बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में महंगाई दुगना हो गई है और छोटा कर्मचारी बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का भरण पोषण कर पा रहा है लेकिन सरकार ने एक तरफ कर्मचारियों के भत्ते रोक रखे हैं और दूसरी तरफ उनकी सैलरी काट कर कर्मचारियों पर दोहरी मार मारनी शुरू कर दी है। 

उन्होंने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी महंगाई के इस दौर में किस तरह अपने परिवार का गुजारा कर रहा है,  जुमलेबाज सरकार को उसकी पीड़ा भी समझनी चाहिए थी। राणा ने कहा कि मंडी लोकसभा उपचुनाव और फतेहपुर उप चुनाव में प्रदेश का कर्मचारी सरकार को उसकी इस असंवेदनशीलता का करारा जवाब देगा। राणा ने तंज कसते हुए कहा कि मोदी सरकार अपनी हर विफलता का ठीकरा देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलल नेहरू पर फोड़ देती है जबकि देश की जनता ने मोदी सरकार को अच्छे दिन लाने के दिखाए गए सब्जबाग पर वोट दिया था ना कि पूर्व सरकारों को कोसने के लिए इतना प्रचंड बहुमत दिया। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार दुनिया की सबसे बड़ी जुमलेबाज सरकार साबित हुई है जो अपने ही देश के नागरिकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की बजाए, उनकी उम्मीदों का गला घोट रही है।
 

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