Edited By prashant sharma, Updated: 14 Jun, 2021 03:33 PM
हिमाचल में आज से कोरोना कफ्र्यू में दी गई ढील के बाद सोमवार से हिमालच के विभिन्न रूटों पर एचआरटीसी की बसों का संचालन शुरू हो गया। सोमवार सुबह छह बजे से सड़कों पर एचआरटीसी की बसें दौड़नी शुरु हो गई है।
शिमला : हिमाचल में आज से कोरोना कफ्र्यू में दी गई ढील के बाद सोमवार से हिमालच के विभिन्न रूटों पर एचआरटीसी की बसों का संचालन शुरू हो गया। सोमवार सुबह छह बजे से सड़कों पर एचआरटीसी की बसें दौड़नी शुरु हो गई है। हालांकि बसों में सवारियां की संख्या तो कम थी पर बसों के चलने से लोगों को काफी राहत मिली है। इसके अलावा आज से सभी ऑफिस में भी 50 फीसदी स्टाफ पहुंचा। सरकारी बसों के चलने के कारण ऑफिस पहुंचने वालों को सुविधा हुई है। बसों के चालकों व परिचालकों को फेस शील्ड, मास्क पहनने के साथ-साथ सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं। 50 फीसदी यात्रियों के साथ बसें चल रही हैं। हालांकि, निजी बस ऑपरेटरों ने विशेष रोड टैक्स और टोकन टैक्स पूरा माफ ना करने के विरोध में बसें ना चलाने का फैसला लिया है। लेकिन जिला कांगड़ा में कुछ एक निजी बसें सड़क पर दौड़ती नजर आ रही हैं।
उधर, टैक्सी व निजी वाहन सौ फीसदी सवारियों के साथ चलने शुरू हो गए हैं। बाजारों में भी आज शाम पांच बजे तक दुकानें खुली रहेंगी। लेकिन शनिवार और रविवार को सिर्फ जरूरी सामान की दुकानें खुलेंगी। पहले की तरह रोजाना शाम पांच बजे से सुबह पांच बजे तक कोरोना कफ्र्यू जारी रहेगा। वहीं, आज से ये मानकर चलिए कि प्रदेशभर में करीब-करीब तीन हजार से ज्यादा होटलों के ताले भी खुल गए हैं। पर्यटकों को हिमाचल में प्रवेश के लिए कोविड-19 ई पास पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य किया गया है। उसके बाद ही सीमा पर तैनात पुलिस पर्यटकों को प्रवेश करने देगी। रविवार से ही पर्यटकों की भारी आमद प्रदेश में देखने को मिल गई थी।
ऊना से 20 रूटों को हरी झंडी दिखाई गई
ऊना आज से पहली बार सार्वजनिक परिवहन सेवा को दोबारा सड़कों पर उतारा गया। जिसके तहत जिला से हिमाचल पथ परिवहन निगम के 20 रूटों को हरी झंडी दिखाई गई है। पहले दिन चले इन रूट्स में से चार रुट अंतर जिला के तहत शिमला, कांगड़ा और हमीरपुर भेजे गए। जबकि अन्य 16 रूटों को जिला के अन्य ग्रामीण क्षेत्रों की तरफ रवाना किया गया है। बस सेवाओं के शुरू होने का इंतजार कर रहे लोगों ने पहले ही दिन खासी रुचि सफर करने में नहीं दिखाई। जिसके चलते शिमला कांगड़ा और हमीरपुर जाने वाली बसों में अच्छे खासे यात्री सवार रहे। जबकि जिला के लोकल रूट पर चली एचआरटीसी की गाड़ियां खाली ही देखी गई। क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेश धीमान ने बताया कि सरकार द्वारा जारी कोविड-19 गाइडलाइंस के तहत बसों का संचालन शुरू किया गया है। जिनमें 50 फ़ीसदी यात्री क्षमता को अधिमान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बसों को सैनिटाइज करने की भी मुकम्मल व्यवस्था की गई है।
दूसरी तरफ पहले ही दिन निजी बसें न तो सड़कों पर दिखाई दी और ना ही आईएसबीटी में कोई बस ऑपरेटर अपनी गाड़ी लेकर पहुंचा। दरअसल प्रदेश सरकार के समक्ष उठाई गई मांगे पूरी ना होने के चलते निजी बस ऑपरेटर्स ने अपनी गाड़ियों के पहिए पूरी तरह जाम रखने का फैसला लिया है। निजी बस ऑपरेटर यूनियन का कहना है कि जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती तब तक वह अपनी गाड़ियों को बंद रखेंगे। निजी बस ऑपरेटर यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पराशर का कहना है कि प्रदेश सरकार निजी बस आपरेटरों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जब तक सरकार उनकी मांगों को मान नहीं लेती तब तक निजी बस ऑपरेटर अपनी गाड़ियां खड़ी रखेंगे।