Edited By Jyoti M, Updated: 07 Dec, 2024 03:53 PM
आधुनिक युग में पहाड़ी प्रदेश में भी संयुक्त परिवार बिखरते जा रहे है। लेकिन, गिरिपार क्षेत्र के एक गांव में लोग जो कि मिलकर रहने की मिसाल कायम कर रहे हैं। यह उदाहरण कमरऊ पंचायत में देखने को मिली।
हिमाचल डेस्क। आधुनिक युग में पहाड़ी प्रदेश में भी संयुक्त परिवार बिखरते जा रहे है। लेकिन, गिरिपार क्षेत्र के एक गांव में लोग जो कि मिलकर रहने की मिसाल कायम कर रहे हैं। यह उदाहरण कमरऊ पंचायत में देखने को मिली। गिरिपार में 50 से अधिक सदस्यों वाला संयुक्त परिवार हैं, जिनका एक ही चूल्हा है। इस परिवार की एकता और प्यार की हर कोई प्रशंसा करता है।
कमरऊ गांव अनूठी पहल के लिए चर्चा में आया
बता दें कि गिरिपार क्षेत्र का कमरऊ गांव खनन क्षेत्र के लिए देशभर में काफी चर्चित रहा है। नब्बे के दशक में इस गांव को एशिया के सबसे अमीर गांवों की सूची में शामिल किया गया था। अब कमरऊ गांव एक और अनूठी पहल के लिए चर्चा में आ गया है।
कमरऊ के मुनाणा गांव से एक ही घर से चार बरातें निकली। गांव के एक संयुक्त परिवार में चार भाई मदन तोमर, रामलाल तोमर, सूरत सिंह व पूरण तोमर हैं। इस संयुक्त परिवार ने इस वर्ष चारों बेटों का विवाह करवाने का फैसला लिया। इस दौरान सबसे बड़े भाई मदन सिंह के पुत्र अजय का विवाह गांव मकड़ाना निवासी उमा से होने जा रहा है।
रामलाल तोमर उर्फ गटू के दो पुत्रों राहुल का विवाह नघेता निवासी बबली (अंजू) से तथा रोहित का विवाह दंदोग निवासी बबीता (बोबी) से तथा सूरत सिंह के पुत्र विजय उर्फ सचिन का विवाह गोरखूवाला निवासी दीपा के साथ हो रहा है।
प्रदेशभर में संभवत: ऐसा पहला मामला
केंद्रीय हाटी समिति महासचिव कुंदन सिंह शास्त्री, उदय शर्मा, शेर सिंह ठाकुर व इंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि संयुक्त परिवार का यह अनूठा उदाहरण है। गिरिपार में 50 से अधिक सदस्यों वाले संयुक्त परिवार हैं, जिनका एक ही चूल्हा है।