Edited By Jyoti M, Updated: 08 Sep, 2025 01:15 PM

भारी बारिश और बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश के पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में आई बाढ़ के कारण मैदानी इलाकों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। इससे हिमाचल का पूरा पर्यटन कारोबार ठप हो गया है।
हिमाचल डेस्क। भारी बारिश और बाढ़ ने हिमाचल प्रदेश के पर्यटन उद्योग को बुरी तरह प्रभावित किया है। पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में आई बाढ़ के कारण मैदानी इलाकों से आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट आई है। इससे हिमाचल का पूरा पर्यटन कारोबार ठप हो गया है।
प्रमुख कारण
खराब सड़कें: हिमाचल में लगातार बारिश से सड़कें खराब हो गई हैं और कई जगह राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हैं। खासकर कुल्लू-मनाली जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों तक पहुंचना मुश्किल हो गया है।
बाढ़ का असर: पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में आई बाढ़ के कारण लोग यात्रा करने से बच रहे हैं। टूरिस्ट बुकिंग लगभग पूरी तरह से बंद हो गई हैं। फेडरेशन ऑफ हिमाचल होटल एंड रेस्टोरेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गजेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि मैदानी राज्यों में बाढ़ और हिमाचल में खराब सड़कों की वजह से पर्यटन कारोबार पूरी तरह से रुक गया है।
कम यात्री: कालका से शिमला आने वाली ट्रेनों में भी पर्यटकों की संख्या बेहद कम हो गई है। इसका सीधा असर शिमला के पर्यटन पर पड़ रहा है।
धार्मिक पर्यटन पर भी असर
श्राद्ध पक्ष: इस समय श्राद्ध पक्ष चल रहा है, जिसे लोग यात्रा करने के लिए शुभ नहीं मानते। इस कारण भी धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या कम है।
शक्तिपीठों में सन्नाटा: हिमाचल के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में भी श्रद्धालुओं की संख्या में भारी कमी आई है। रविवार को कांगड़ा के मंदिरों में सिर्फ 3,950 श्रद्धालु ही दर्शन करने पहुंचे। इनमें से ज्वालामुखी मंदिर में 3,000, श्री चामुंडा नंदिकेश्वर मंदिर में 800 और बजेश्वरी मंदिर में 150 श्रद्धालु थे।
ऑल हिमाचल कमर्शियल व्हीकल ज्वाइंट एक्शन कमेटी के चेयरमैन राजेंद्र ठाकुर ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बाढ़ के चलते हिमाचल की टूरिस्ट बुकिंग पूरी तरह से बंद हो गई हैं। इससे टैक्सी और कमर्शियल वाहन चलाने वालों को भी भारी नुकसान हो रहा है। इस समय हिमाचल का पर्यटन उद्योग एक बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, और इसे दोबारा पटरी पर लाने में समय लग सकता है।