Edited By Rahul Rana, Updated: 26 Jul, 2024 10:05 AM
हिमाचल प्रदेश में आपदा की स्थिति में घटनास्थल पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकेंगी। एम्स बिलासपुर ने एक ऐसा दावा किया है, जिसने सभी को चौंका दिया है कि आठ मिनट के भीतर 200 बिस्तर का एक अस्पताल तैयार कर दिया गया है।
बिलासपुर। हिमाचल प्रदेश में आपदा की स्थिति में घटनास्थल पर ही स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा सकेंगी। एम्स बिलासपुर ने एक ऐसा दावा किया है, जिसने सभी को चौंका दिया है कि आठ मिनट के भीतर 200 बिस्तर का एक अस्पताल तैयार कर दिया गया है। यह दावा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर ने किया है। इसका प्रारूप एम्स प्रशासन की ओर से तैयार कर लिया गया है। प्रोजेक्ट भीष्म के तहत पहला आपदा अस्पताल एम्स में तैयार किया गया है।
अगर बरसात या कोई अन्य आपदा आती है और आपदा प्रभावित क्षेत्र में स्वास्थ्य की उचित सुविधा नहीं है तो ऐसी स्थिति में यह अस्पताल तैयार किया जाएगा। डॉ. रणवीर सिंह ने बताया कि यह अस्पताल विशेष रूप से आपातकालीन परिस्थितियों के लिए तैयार किया गया है, जैसे प्राकृतिक आपदाएँ या महामारी की स्थिति। उन्होंने बताया कि इस असाधारण तैयारी की योजना और क्रियान्वयन की प्रक्रिया के लिए अत्याधुनिक तकनीकों और संसाधनों का इस्तेमाल किया गया। अस्पताल की बुनियादी संरचना और बिस्तर, दोनों को त्वरित रूप से स्थापित किया गया, जिससे एक ही समय में बड़ी संख्या में मरीजों को त्वरित चिकित्सा सहायता प्रदान की जा सके।
चिकित्सा सेवाएं आपातकालीन प्रबंधन के लिए एक नई दिशा प्रदान करेंगी: विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की त्वरित चिकित्सा सेवाएं देश में आपातकालीन प्रबंधन के लिए एक नई दिशा प्रदान कर सकती हैं। यह घटना हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है और भविष्य में अन्य संस्थानों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन सकती है। एम्स बिलासपुर द्वारा की गई इस घोषणा के बाद, स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में त्वरित प्रतिक्रिया और उच्च स्तर की तैयारी को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जिनके उत्तर आने वाले समय में देखे जा सकते हैं।
एक साथ होगा 200 घायलों का इलाज
बिलासपुर के उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि एम्स बिलासपुर में भीष्म प्रोजेक्ट के तहत मोबाइल अस्पताल की सुविधा अगले दो से तीन महीने में शुरू हो जाएगी। कहीं भी बड़ी आपदा व घटना होने पर त्वरित उपचार के लिए एम्स के डॉक्टर्स टीम व अन्य स्टाफ पूरे सेट के साथ स्पॉट पर पहुंचेंगे और एकसाथ 200 घायलों का इलाज किया जा सकेगा।
सेट में एक्स-रे, ब्लड सैंपल, वेंटिलेटर, आपरेशन थियेटर, दवाइयां व अन्य उपकरण और सारा जरूरी सामान उपलब्ध होगा। एम्स ने अलग से स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर तैयार किया है, जो कि आपदा के दौरान लोगों का समय पर इलाज के लिए महत्त्वपूर्ण कदम साबित होगा।