Edited By kirti, Updated: 30 Jan, 2020 03:32 PM
हिमाचल के ऊपरी हिस्सों में पिछले काफी समय से लगातार हो रही बर्फबारी ने पशुपालकों की मुसीबतें बढ़ा दी है। जंगलों अथवा चरांद वाली जगहों में लम्बे समय से बर्फ की सफेदी छाई है। जिस कारण भेड़ बकरी चराना संभव नहीं है। भेड़ पालकों का कहना है पशु चारा बर्फ...
रामपुर (विशेषर नेगी): हिमाचल के ऊपरी हिस्सों में पिछले काफी समय से लगातार हो रही बर्फबारी ने पशुपालकों की मुसीबतें बढ़ा दी है। जंगलों अथवा चरांद वाली जगहों में लम्बे समय से बर्फ की सफेदी छाई है। जिस कारण भेड़ बकरी चराना संभव नहीं है। भेड़ पालकों का कहना है पशु चारा बर्फ से ढक चुकी है और जल्द बर्फ हटने की संभावना नहीं है। ऐसे में पशुओं को घरों से बाहर निकालना मुश्किल हो रहा है।
पशुपालकों का कहना है की इस बार काफी समय से बर्फबारी हो रही है, जिस से उनकी भेड़ बकरियां घरो से बाहर नहीं निकल पाई और घरो में ही दिन भर चारा देते रहे। अब सर्दियों का चारे का कोटा भी खत्म हो चुका है। जिससे अब पशुओं को भूखे मरने की नौबत आ गई है। पशुओं को बचाने के लिए दाना देकर समय निकाला रहे है, लेकिन अब महंगा दाना क्रय करना भी आर्थिक तंगी के कारण सम्भव नहीं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए सरकार भेड़ पालकों की मदद करें। उन्होंने पशु चारा या फीड मुफ्त में मुहैया करवाई जाए।