Edited By Kuldeep, Updated: 25 Nov, 2024 06:50 PM
स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने दवा उद्योग को चेतावनी देते हुए कहा कि जिनकी दवाओं के 2 से अधिक सैंपल फेल हुए तो उन उद्योगों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।
सोलन (ब्यूरो): स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डाॅ. धनीराम शांडिल ने दवा उद्योग को चेतावनी देते हुए कहा कि जिनकी दवाओं के 2 से अधिक सैंपल फेल हुए तो उन उद्योगों को ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। प्रदेश में ऐसे 20 उद्योग हैं जिनकी दवा के सैंपल बार-बार फेल हो रहे हैं। ऐसे उद्योगों की उनके पास सूची पहुंच गई है। अब इन उद्योगों पर कार्रवाई करने का समय है। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल धनीराम शांडिल ने पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा है कि ऐसे उद्योगों की हिमाचल में कोई आवश्यकता नहीं है, जिनकी दवाओं के सैंपल फेल होने से प्रदेश की छवि का नुक्सान हो रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बनते ही ड्रग विभाग के अधिकारियों को दवाओं की गुणवत्ता पर निगरानी रखने को कहा गया है।
यही नहीं सभी दवा उद्योगों को निर्देश दिए गए कि 2 या इससे अधिक सैंपल फेल होने पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद दवाओं के बार-बार फेल हो रहे सैंपल का उन्होंने कड़ा संज्ञान लिया है। उन्होंने ऐसे उद्योगों की सूची मांगी जिनकी दवाओं के सैंपल बार-बार फैल हो रहे हैं। करीब 20 ऐसे उद्योग हैं जिनकी दवाओं के सैंपल बार-बार फेल हुए हैं। यहां पर विदित रहे कि प्रदेश में पिछले 4 महीनों में करीब 74 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों को आधार बनाया जाए तो देश में फेल हुए दवाओं के कुल सैंपल में हिमाचल में बनी दवाओं के सैंपलों की संख्या करीब 30 से 40 फीसदी के बीच में है। यह बहुत बड़ा आंकड़ा है। देश में कुल दवाओं के उत्पादन का 40 फीसदी हिमाचल में होता है। दवाओं के बार-बार फेल हो रहे सैंपल से प्रदेश की छवि को नुक्सान हो रहा है।
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