Edited By Vijay, Updated: 09 Aug, 2025 08:11 PM

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता व पूर्व सांसद एसटी हसन की तरफ से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शिमला (कुलदीप): राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता व पूर्व सांसद एसटी हसन की तरफ से हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर दिए बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एसटी हसन को अपनी मानसिकता शुद्ध करने की आवश्यकता है। बता दें कि सपा नेता ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा को दूसरे धर्म के अपमान का परिणाम बताया था। इस पर राज्यपाल ने कहा कि देवभूमि हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की संस्कृति सर्व धर्म समभाव में विश्वास रखती है। दोनों राज्यों के लोग सर्वे भवन्तु सुखिन:, सर्वे सन्तु निरामया:, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु, मा कश्चित दु:खभाग्भवेत यानी सर्व धर्म समभाव और सबकी मंगल कामना में विश्वास रखते हैं। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल राजभवन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत कर रहे थे।
देवभूमि में केवल संस्कार और दूसरों के प्रति आदर भाव उपजता है
राज्यपाल ने स्पष्ट किया कि एसटी हसन क्या बोलते हैं, वही जानें लेकिन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है, जिसमें दूसरे धर्मों के प्रति अनादर का भाव झलकता हो। उनकी मानसिकता दूषित है और उनको इसे शुद्ध करना चाहिए। दोनों राज्यों में ऐसा कहीं भी सुना और कहा नहीं जाता कि जिससे दूसरे धर्म के प्रति निरादर का भाव झलकता हो। देवभूमि में केवल संस्कार और दूसरों के प्रति आदर भाव उपजता है, जिससे नई ऊर्जा का संचार होता है।
एसटी हसन ने दिया था ये बयान
उत्तर प्रदेश से सपा नेता एवं पूर्व सांसद एसटी हसन ने उत्तराखंड के धराली और हिमाचल प्रदेश में आई प्राकृतिक आपदा को लेकर बयान दिया था कि दोनों राज्यों में दूसरे धर्म का सम्मान नहीं हो रहा है। मैं कहता हूं किसी भी धार्मिक स्थल पर मंदिर, मस्जिद व दरगाह पर बुल्डोजर नहीं चलाना चाहिए, भले ही उसे खाली करवा लें। इस दुनिया को चलाने वाला जब इंसाफ करता है तो आदमी अपने को कहीं से बचा नहीं पाता।