Edited By Vijay, Updated: 17 Oct, 2024 05:05 PM
हिमाचल प्रदेश में सरकार वन ड्राॅप मोर आऊटपुट (क्रॉप) कार्यक्रम शुरू करेगी। कृषि को बढ़ावा देने तथा उसमें पानी का उचित उपयोग करने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश में सरकार वन ड्राॅप मोर आऊटपुट (क्रॉप) कार्यक्रम शुरू करेगी। कृषि को बढ़ावा देने तथा उसमें पानी का उचित उपयोग करने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इससे किसानों की आय में बढ़ौतरी होगी तथा उन्हें लाभ होगा। प्रदेश में अब तक 50 फीसदी से कम कृषि क्षेत्र को सिंचाई के अधीन लाया जा सका है। प्रदेश सरकार राज्य में अधिक से अधिक कृषि भूमि को सिंचाई के अधीन लाने का प्रयास कर रही है।
इसके लिए वन ड्रॉप मोर क्रॉप कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इसके तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पानी की बर्बादी कम करने के लिए पानी के उपयोग की दक्षता में सुधार किया जाएगा। सटीक सिंचाई और अन्य जल बचत प्रौद्योगिकियों को अपनाने पर बल दिया जाएगा। प्रदेश के हर क्षेत्र को सिंचाई प्रदान करने के लिए जल संरक्षण पर बल दिया जाएगा। इसके अलावा खेती योग्य भूमि का विस्तार भी किया जाएगा।
इसके अलावा ड्रिप इरिगेशन को भी बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए किसानों व बागवानों को जागरूक भी किया जाएगा। राज्य में सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं यानि हर खेत को पानी व एंड टू एंड सिंचाई समाधान पीएमकेएसवाई (प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना) में भी प्रावधान किया गया है। प्रदेश के कुल भौगोलिक क्षेत्र के 55,673 वर्ग किलोमीटर में से 9.44 लाख हैक्टेयर क्षेत्र कृषि के अधीन है। इसमें से 20 से 25 फीसदी क्षेत्र में ही सिंचाई की सुविधा है।
25 करोड़ से होगा चैकडैम व तालाबों का निर्माण
जल से कृषि को बल योजना के तहत प्रदेश में उपयुक्त स्थलों पर चैकडैम एवं तालाबों का निर्माण किया जा रहा है। इसमें एकत्रित जल को किसान व्यक्तिगत लघु उठाऊ सिंचाई योजनाएं, सिंचाई योजनाएं या बहाव सिंचाई योजनाएं बनाकर सिंचाई के लिए पानी उपयोग कर सकते हैं। इस योजना के अंतर्गत वर्तमान वित्त वर्ष के लिए 25 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
सरकार कृषि को बढ़ावा देने और किसानों की आय बढ़ाने के लिए चला रही कई योजनाएं : चंद्र कुमार
कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने कहा कि प्रदेश सरकार कृषि को बढ़ावा देने तथा किसानों की आय बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चल रही है। इस कड़ी में वन ड्रॉप मोर क्रॉप कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा जल से कृषि को बल व प्रवाह सिंचाई जैसी अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रवाह सिंचाई योजना के तहत कूहलों के स्रोतों का नवीनीकरण तथा सामुदायिक क्षेत्रों में कूहलों को सुदृढ़ करने का कार्य किया जा रहा है।
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