Edited By Vijay, Updated: 29 Aug, 2024 03:31 PM
अरुणाचल प्रदेश में ‘ऑप्रेशन अलर्ट’ के दौरान शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के जवान आशीष चौहान का आज पांवटा साहिब के यमुना नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पांवटा साहिब (संजय): अरुणाचल प्रदेश में ‘ऑप्रेशन अलर्ट’ के दौरान शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के जवान आशीष चौहान का आज पांवटा साहिब के यमुना नदी के तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूरा क्षेत्र 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम' और 'जब तक सूरज चांद रहेगा, आशीष तेरा नाम रहेगा' के नारों से गूंज उठा।
बता दें कि मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश में सेना का एक वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सिरमौर के भरली गांव के 25 वर्षीय आशीष चौहान शहीद हो गए थे। आशीष चौहान की शहादत की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। वीरवार को तिरंगे में लिपटी आशीष चौहान की पार्थिव देह सुबह 6 बजे पांवटा साहिब पहुंची, जहां पर भूतपूर्व सैनिक संघठन ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पांवटा साहिब के हजारों लोग शहीद की पार्थिव देह के साथ उनके पैतृक गांव भरली पहुंचे। शहीद आशीष चौहान की पार्थिव देह जैसे ही घर लाई गई तो चारों तरफ चीखोपुकार मच गई। शहीद की मां संतरो देवी, बड़े भाई राहुल व जुड़वां भाई रोहित तथा बहन पूजा का रो-रोकर बुरा हाल था। मां अपने लाल को हाथ जोड़कर एकटक देखे जा रही थी तो वहीं तिरंगे में लिपटे भाई को देखकर बहन के आंसू नहीं रुक रहे थे।
इसके बाद शहीद आशीष चौहान की पार्थिव देह को अंतिम संस्कार के लिए पांवटा साहिब के यमुना नदी के तट पर लाया गया, जहां पर हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने नम आंखों से शहीद को श्रद्धांजलि दी तथा सेना की टुकड़ी ने सलामी दी। इसके बाद शहीद का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद के बड़े भाई राहुल व जुड़वां भाई रोहित ने चिता को मुखाग्नि दी।
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