Edited By Vijay, Updated: 25 May, 2022 05:31 PM

वन संपदाओं को आगजनी से बचाने के प्रयास में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज वनरक्षक राजेश कुमार शर्मा का बुधवार को उनके पैतृक गांव बदोली में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर वन मंत्री राकेश पठानिया विशेष रूप से अपने...
राजकीय सम्मान के साथ पंचतत्व में विलीन हुए वनरक्षक राजेश कुमार
ऊना (अमित): वन संपदाओं को आगजनी से बचाने के प्रयास में अपने प्राणों की आहुति देने वाले जांबाज वनरक्षक राजेश कुमार शर्मा का बुधवार को उनके पैतृक गांव बदोली में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस मौके पर वन मंत्री राकेश पठानिया विशेष रूप से अपने विभाग के बहादुर सिपाही को अंतिम विदाई देने के लिए उनके घर पहुंचे तथा शोक संतप्त परिवार को ढांढस बंधाया। इस दौरान डीसी राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन ठाकुर और वन मंडल अधिकारी मृत्युंजय माधव समेत तमाम विभागीय प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी भी राजेश कुमार की अंतिम यात्रा में शामिल हुए और उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। राजेश कुमार शर्मा की अंतिम यात्रा में वन विभाग के सैकड़ों कर्मचारी भी शामिल हुए। इस दौरान राजेश कुमार अमर रहे और जब तक सूरज चांद रहेगा राजेश कुमार का नाम रहेगा के नारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान रहा।

शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद वन मंत्री ने कहा कि राजेश कुमार ने कर्तव्य परायणता का परिचय देते हुए अपने फर्ज के लिए कुर्बानी दी है और प्रदेश सरकार उन्हें शहीद का दर्जा देगी। यह मामला कैबिनेट में ले जाया जाएगा और सरकार शहीद के बेटे को नौकरी भी प्रदान करेगी, साथ ही उनकी पत्नी को आधा वेतन भी प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वनरक्षक राजेश कुमार के परिवार को प्रदेश सरकार तथा जिला प्रशासन ऊना हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
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