Edited By Vijay, Updated: 02 Jan, 2025 08:33 PM
बनीखेत के निजी होटल में मैनेजर की मौत मामले में परिजनों ने निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वीरवार को पोस्टमार्टम प्रक्रिया के लिए मेडिकल काॅलेज चम्बा पहुंचे परिजन बारगाह स्थित एसपी कार्यालय भी पहुंचे।
चम्बा/बनीखेत (रणवीर/पार्थ): बनीखेत के निजी होटल में मैनेजर की मौत मामले में परिजनों ने निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वीरवार को पोस्टमार्टम प्रक्रिया के लिए मेडिकल काॅलेज चम्बा पहुंचे परिजन बारगाह स्थित एसपी कार्यालय भी पहुंचे। हालांकि एसपी चम्बा से परिजनों की मुलाकात नहीं हो पाई। इस मौके पर मैनेजर के भांजे रोहित ने बताया कि 31 दिसम्बर की रात को उसके मामा राजेंद्र कुमार को घर से फोन कर बुलाया गया था। वहीं होटल के ही एक कर्मचारी के बुलाने पर पुलिस के जवान वहां पहुंचे थे, ऐसे में उक्त कर्मचारी से भी गहनता से पूछताछ की जाए ताकि पुख्ता बयान के आधार पर कार्रवाई हो। उन्हें मामले की जानकारी 1 जनवरी को दी गई, जिसमें सुबह से लेकर दोपहर तक मौत के कारण अलग-अलग बताए गए। आधी-अधूरी जानकारी से पुलिस जांच कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में 2 पुलिस कर्मियों की बजाय 4 पुलिस कर्मी दर्शाए गए हैं, ऐसे में 2 के खिलाफ ही कार्रवाई की जा रही है। जब तक पूरी जांच नहीं होती है तब तक होटल के कर्मचारियों से लेकर मौजूद पुलिस कर्मियों के मोबाइल में हुई बातचीत का रिकाॅर्ड रखा जाए, जिससे निष्पक्ष जांच हो सके।
परिजन बोले-पुलिस की कार्यप्रणाली से उठा भरोसा
उधर, राजेंद्र के बड़े भाइयों अशोक व उत्तम का कहना है कि उनके भाई की बेरहमी से हत्या की गई है। इस घटना के बाद लोगों का पुलिस पर से विश्वास उठ चुका है। उन्होंने सीबीआई जांच करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि होटल में घटी घटना की जानकारी होटल के ही एक कर्मचारी ने उन्हें दी थी लेकिन वह आधी-अधूरी जानकारी देता रहा। पहले उसने बताया की राजेंद्र कुमार ऊंचाई से गिर गया है। वहीं जब सुबह घटना की जानकारी मिली तो उसमें कुछ और ही सामने आया। परिजनों ने कहा कि इस होटल कर्मी ने ही पुलिस जवानों को होटल बुलाया था। इसके बाद सचिन और पुलिस कर्मियों में झड़प हो गई। उनका बीचबचाव करते हुए राजेंद्र की मौत हुई है। उनका भाई राजेंद्र कुमार अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद ब्लून कैंट में अपने घर आ गया था और 12 बजे तक घर में था। इसके बाद होटल से राजेंद्र को फोन आया और नए साल की पार्टी के लिए होटल में बुलाया गया, जिसके बाद 12:30 बजे के करीब राजेंद्र बनीखेत में अपने होटल में पहुंचा। परिजनों का कहना है संबंधित कर्मचारी होटल के अंदर-बाहर घूमता रहा है। उन्होंने पुलिस से इस कर्मचारी से पूछताछ करने की मांग की है।
निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो दोबारा उतरेंगे सड़कों पर
परिजनों का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे में होटल कर्मी व तीसरा पुलिस कर्मी कैद हुए हैं। वहीं पुलिस की निजी कार में 2 पुलिस कर्मी कार लेकर भागते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजेंद्र के अंतिम संस्कार के दौरान पुलिस या प्रशासन का कोई भी कर्मी मौजूद नहीं रहा। पुलिस प्रशासन आरोपियों को बचाने में जुटे हैं। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में हैं। परिजनों ने चेताया है कि सरकार व प्रशासन द्वारा निष्पक्ष जांच नहीं की जाती है तो लोग फिर से सड़क पर उतरकर चक्का जाम करने पर विवश होंगे।
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