Edited By Vijay, Updated: 03 Dec, 2025 04:54 PM

हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण और देश की समस्याओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।
पालमपुर (भृगु): हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार ने दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण और देश की समस्याओं को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है। शांता कुमार ने कहा कि दिल्ली की हवा और अधिक जहरीली हो गई। देश की राजधानी रैड जोन में पहुंच गई। पूरी दुनिया में सबसे अधिक प्रदूषित राजधानी दिल्ली बन गई। एक रिपोर्ट के अनुसार 2022 में भारत में 17 लाख लोग केवल वायु प्रदूषण के कारण मरे। दिल्ली में कम उम्र के बच्चों में प्रदूषण के कारण कैंसर फैलने लगा। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस संबंध में हाथ खड़े कर दिए और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पास इस समस्या का हल करने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं है।
शांता कुमार ने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण के लिए बहुत से लोग कई प्रकार के कारण बता रहे हैं, लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि असली कारण किसी के ध्यान में नहीं आ रहा है। शांता कुमार ने कहा कि 1947 में इसी दिल्ली की आबादी 7 लाख थी। 78 वर्षों के बाद अब इस दिल्ली की आबादी 3 करोड़ 50 लाख है। 1947 में भारत की आबादी 35 करोड़ थी। आज यह आबादी 142 करोड़ हो गई। दिल्ली की आबादी 3 करोड़ 30 लाख है तो केंद्र सरकार होने के कारण दिल्ली में कम से कम 10 लाख गाड़ियां हैं।
शांता कुमार ने कहा कि आज कई दृष्टियों से भारत के लिए स्वर्ण युग है। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हर दिशा में भारत आगे बढ़ रहा है परन्तु इस बात का दुख है कि सबसे जरूरी समस्या की ओर नरेंद्र मोदी का भी ध्यान नहीं गया। शांता कुमार ने कहा कि आबादी बढ़ेगी तो मकान बनाने पड़ेंगे, जंगल कटेंगे, रेत माफिया बनेगा, आबादी बढ़ेगी तो बढ़ती गाड़ियों के लिए सड़कें बनानी पड़ेंगी। सरकार की सारी कोशिश के बाद भी भारत में करोड़ों लोग गरीबी और बेरोजगारी में जीवन जी रहे हैं। इसी कारण प्रतिदिन आत्महत्या की संख्या बढ़ रही है।
शांता कुमार ने कहा कि आबादी बढ़ने के कारण आबादी का अनुपात बिगड़ रहा है। मुस्लिम आबादी बढ़ रही है। कुछ कट्टर लोग 4-4 शादियां और 20 बच्चे पैदा कर रहे हैं। घुसपैठ की कोशिशों के साथ एक नए पाकिस्तान की तैयारी हो रही है। उन्हाेंने कहा कि आज भारत की सबसे बड़ी समस्या टिड्डी दल की तरह बढ़ती हुई आबादी है। इसी के कारण गरीबी, बेरोजगारी और अपराध बढ़ रहे हैं।