Edited By Vijay, Updated: 20 Nov, 2022 11:22 PM

ज्वालामुखी उपमंडल के कथोग गांव के निवासी डाॅ. शालीन धीमान के कैंसर से संबंधित शोध को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। टांडा स्थित मेडिकल काॅलेज में बतौर सीनियर रैजीडैंट कार्यरत डाॅ. शालीन धीमान.....
ज्वालामुखी (जोशी): ज्वालामुखी उपमंडल के कथोग गांव के निवासी डाॅ. शालीन धीमान के कैंसर से संबंधित शोध को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने से क्षेत्र के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। टांडा स्थित मेडिकल काॅलेज में बतौर सीनियर रैजीडैंट कार्यरत डाॅ. शालीन धीमान ने पीजीआई के डाॅ. एस. घोषाल, डाॅ. एस. धीमान, डाॅ. बी. राय, डाॅ. एम. अरोड़ा व अन्यों के सहयोग से कैंसर पर किए गए शोध कार्य को अमरीका के सैन एंटोनियो के विश्व के नम्बर एक जर्नल एस्ट्रो में प्रकाशित किया है। डाॅ. शालीन धीमान के इस शोध कार्य से कई कैंसर मरीजों मुख्यत: महिलाओं के कैंसर का उपचार आसान होगा।
विश्व स्तर के शोध लेखन में डाॅ. शालीन धीमान के शोध को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिलने से पूरे देश व प्रदेश में क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है। पीजीआई चंडीगढ़ की ओर से डाॅ. शालीन धीमान का शोध कार्य सोसायटी आफ थैरेप्यूटिक रिसर्च आन्कोलॉजी में प्रस्तुत किया गया था जिसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी गई है। डाॅ. शालीन धीमान का शोध कैंसर मरीजों की जीवनशैली और बेहतर उपचार में कारगर साबित होगा। डाॅ. शालीन धीमान के पिता डाॅ. सुमन धीमान भी क्षेत्र के जाने-माने रेडियोलॉजिस्ट हैं। डाॅ. शालीन धीमान ने शोध का श्रेय डाॅ. सुमन धीमान, डाॅ. कन्यप्रिया, डाॅ. भावना, डाॅ. घोषाल व डाॅ. विदुशी को दिया है।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here