Edited By kirti, Updated: 14 Feb, 2020 12:04 PM
करसोग में घरेलू गैस वितरण के नाम पर डंके की चोट पर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने का ये सिलसिला कई वर्षों से चल रहा है।
करसोग: करसोग में घरेलू गैस वितरण के नाम पर डंके की चोट पर उपभोक्ताओं को लूटा जा रहा है। उपभोक्ताओं की जेब पर डाका डालने का ये सिलसिला कई वर्षों से चल रहा है। बस स्टैंड के नजदीक बने सिलैंडर वितरण स्थल को दूर-दराज के लोगों की सुविधा के लिए खोला गया है, लेकिन इसमें दूर-दराज के ग्रामीण व नगर पंचायत के उपभोक्ता गैस सिलैंडर लेने पहुंचते हैं। नगर पंचायत करसोग में घरेलू गैस सिलैंडरों की होम डिलीवरी के लिए बाकायदा 20 रुपए मजदूरी शुल्क रखा गया है, जिसके चलते उपभोक्ता गैस सिलैंडर की होम डिलीवरी मिलने पर खुशी से अदा भी करते हैं, लेकिन राज्य नागरिक आपुर्ति निगम के माध्यम से ठेकेदार के जरिए उपभोक्ताओं को रोजाना बस स्टैंड के समीप ही सिलैंडर वितरित किए जाते हैं तथा उपभोक्ताओं से 20 रुपए मजदूरी शुल्क को भी वसूल लिया जाता है, जिसके चलते खुद घर से खाली सिलैंडर उठाकर वितरण स्थल से भरा हुआ गैस सिलैंडर ले जाने पर भी उपभोक्ताओं को ज्यादा मजदूरी शुल्क अदा करना पड़ रहा है।
उपभोक्ता इसका विरोध तो कर रहे हैं, लेकिन शायद उनके इस विरोध को सुनने वाला करसोग में कोई भी नहीं है। इस वसूली को ठेकेदार की मनमर्जी कहें या फिर राज्य नागरिक आपुर्ति निगम की अनदेखी। मामला चाहे जो भी हो लेकिन उपभोक्ताओं की जेब पर सरेआम दिन-दिहाड़े डाका डाला जा रहा है। बस स्टैंड में रोजाना वितरित होने वाले गैस सिलैंडरों से उपभोक्ताओं के खून-पसीने की कमाई को लूटने की इस कारगुजारी पर जहां क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मौन हैं वहीं राज्य नागरिक आपूॢत निगम भी चुपचाप जनता को लूटने का तमाशा देख रही है।