Edited By Jyoti M, Updated: 06 Aug, 2025 11:26 AM

धर्मशाला को बेसहारा पशुओं से मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। पर्यटन के लिए मशहूर इस शहर में, जहाँ हर दिन देश और विदेश से पर्यटक आते हैं, बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर समस्या बन गई थी। इन पशुओं की वजह से न सिर्फ...
हिमाचल डेस्क। धर्मशाला को बेसहारा पशुओं से मुक्त बनाने के लिए नगर निगम ने एक बड़ा अभियान शुरू किया है। पर्यटन के लिए मशहूर इस शहर में, जहाँ हर दिन देश और विदेश से पर्यटक आते हैं, बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर समस्या बन गई थी। इन पशुओं की वजह से न सिर्फ सड़कों पर ट्रैफिक बाधित होता था, बल्कि दुर्घटनाएं भी होती थीं, जिसमें इंसान और जानवर दोनों को चोट लगती थी।
इस समस्या को हल करने के लिए, नगर निगम धर्मशाला सख्त कदम उठा रहा है। कमिश्नर जफर इकबाल ने बताया कि जो लोग अपने पशुओं को शहर में खुला छोड़ देते हैं, उन पर ₹5,000 का भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। यह कदम उन लोगों को रोकने के लिए है जो अपने पशुओं को पालने में असमर्थ होने पर उन्हें सड़क पर छोड़ देते हैं। यह नियम पिछले कई महीनों से लागू है और इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि शहर की सड़कें सुरक्षित और साफ रहें।
कमिश्नर इकबाल ने बताया कि ग्रामीण इलाकों से आने वाले कई लोग अपने पशुओं को शहर में छोड़ जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति अपने पशु को घर पर नहीं रखना चाहता, तो उसे सड़क पर छोड़ने की बजाय नगर निगम द्वारा संचालित सराह गौशाला में जमा करा सकता है। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए पशु मालिक को एक बार ₹3,000 की फीस देनी होगी। इतना ही नहीं, नगर निगम पशुओं को गौशाला तक ले जाने के लिए वाहन की सुविधा भी प्रदान करता है।
इस अभियान का उद्देश्य केवल जुर्माना लगाना नहीं है, बल्कि पशुओं को एक सुरक्षित ठिकाना देना भी है। गौशाला में इन पशुओं की उचित देखभाल और पोषण सुनिश्चित किया जाता है। इससे वे सड़कों पर भटकने और दुर्घटनाओं का शिकार होने से बच जाते हैं।
नागरिकों से अपील करते हुए कमिश्नर ने कहा कि वे अपने पशुओं को बेसहारा न छोड़ें, क्योंकि इससे न केवल दूसरों को परेशानी होती है, बल्कि बेजुबान पशुओं को भी काफी पीड़ा होती है। नगर निगम ने इस सुविधा के बारे में जानकारी देने और गौशाला में पशुओं को जमा कराने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. लोग 94183-23669 पर संपर्क कर इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इस पहल से धर्मशाला को एक स्मार्ट और स्वच्छ शहर बनाने में मदद मिलेगी और पशुओं का जीवन भी सुरक्षित होगा।