हिमाचल में 70 हजार सीसीटीवी लगाने का लक्ष्य : संजय कुंडू

Edited By Vijay, Updated: 01 Jan, 2021 08:24 PM

dgp sanjay kundu in kangra

प्रदेश में आपराधिक घटनाओं व नियमों की उल्लंघना करने वालों पर नजर रखने के लिए 70 हजार सीसीटीवी लगाने का लक्ष्य रखा है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि आपराधिक घटनाओं में कमी आई है लेकिन साइबर क्राइम चिंता का विषय है।

धर्मशाला (कर्मपाल): प्रदेश में आपराधिक घटनाओं व नियमों की उल्लंघना करने वालों पर नजर रखने के लिए 70 हजार सीसीटीवी लगाने का लक्ष्य रखा है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि आपराधिक घटनाओं में कमी आई है लेकिन साइबर क्राइम चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम भविष्य में बढ़ सकता है। वर्तमान में प्रदेश में एक साइबर पुलिस थाना है और सरकार से इसे बढ़ाने का मामला उठाया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में प्रीडिक्टिव पुलिसिंग शुरू की है, जिसके अच्छे परिणाम आ रहे हैं। इसके तहत हर तरह के अपराधों में कमी आई है।

सूबे में 23 फीसदी कम हुईं सड़क दुर्घटनाए

प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में 23 प्रतिशत कमी आई है, साथ ही सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों में भी 23 प्रतिशत की कमी हुई है। प्रदेश पुलिस ने एक विशेष मुहिम के तहत 250 गुमशुदा महिलाओं व 91 गुमशुदा बच्चों को उनके परिजनों व घरों तक पहुंचाया है। यह मुहिम आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं व बच्चों पर होने वाले अपराधों में भी लगभग 25 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। कोरोना से हिमाचल पुलिस के अब तक 1874 जवान संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 4 की मौत हुई है जबकि 99 प्रतिशत जवान अब स्वस्थ हो चुके हैं। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक कांगड़ा विमुक्त रंजन व समादेशक सकोह बटालियन संजीव गांधी भी मौजूद रहे।

नए साल में गिनाईं पुलिस की 10 प्राथमिकताएं

डीजीपी ने नए साल में प्रदेश पुलिस की 10 प्राथमिकताएं भी बताईं। उन्होंने कहा कि ड्रोन से सभी जिलों में ला एंड ऑर्डर, माइनिंग, नशीले पदार्थों का पता लगाना, बॉडी वोर्न कैमरों की व्यवस्था करना रहेगा। महिलाओं प्रति अपराध दर में कमी लाना, अपहरण की घटनाओं वाले क्षेत्रों पर फोकस करना, घरेलू हिंसा और गृहिणियों द्वारा आत्महत्या के मामलों में कमी लाना, प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए आईटीएमएस को सभी जिलों में सुनिश्चित करना, नशे को पकडऩा, ऐसे मामलों को पकडऩे के लिए संपर्क समझना और वित्तीय जांच करना, सीसीटीएनएस 100 फीसदी अनुपालना को सुनिश्चित करना, 24 घंटे के भीतर पासपोर्ट वैरीफिकेशन करवाना, जांच अधिकारियों के लिए साइबर क्राइम, एनडीपीएस और क्राइम अगेंस्ट वुमैन के लिए ऑनलाइन ट्रेनिंग की व्यवस्था, प्रदेश पुलिस में 1334 कांस्टेबल और 74 सब इंस्पैक्टर्स की भर्ती, सभी पुलिस जवानों का नियमित तौर पर हैल्थ चैकअप करवाना प्राथमिकताओं में शामिल रहेगा।

सीसीटीएनएस में मिला अवार्ड

क्रिमिनल क्राइम ट्रैकिंग नैटवर्किंग सिस्टम (सीसीटीएनएस) पुलिस थाना का बेसिक कार्य है। इसमें प्रदेश को राष्ट्रीय अवार्ड मिला है और इसमें पहाड़ी राज्यों में हिमाचल नंबर वन आया है। इंटीग्रेटिड क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (आईसीजेएस) पर काम चल रहा है। इसमें पुलिस, प्रोसीक्यूशन, जेल, ज्यूडीशियरी सब इंटीग्रेट हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस ने कोरोना काल में बेहतर काम किया है, 9 माह से पुलिस फोर्स काम कर रही है। कोरोना काल में सख्ती न करते तो न जाने कोरोना का स्वरूप क्या होता।

मंदिरों में पुख्ता होगी सुरक्षा व्यवस्था

डीजीपी ने कहा कि इस साल मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता की जाएगी। तिरुपति मंदिर की तर्ज पर प्रदेश के शक्तिपीठों में सुरक्षा व्यवस्था बनाने की योजना पर काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सबसे तेज पासपोर्ट वैरीफिकेशन करने वाला पहला राज्य है। अब पासपोर्ट वैरीफिकेशन पर पुलिस 24 घंटे काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले पासपोर्ट वैरीफिकेशन में लगभग 11 दिनों का समय लगता था लेकिन अब 24 घंटे में वैरीफिकेशन की सुविधा लोगों को दी जा रही है।

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