Edited By Jyoti M, Updated: 16 Sep, 2024 12:37 PM
श्री शक्तिपीठ मंदिर में रविवार छुट्टी वाले दिन लगभग 22000 श्रद्धालुओं ने परिवार सहित मां ज्वाला के दरबार में पूजा अर्चना की और माता का आशीर्वाद प्राप्त किया।
ज्वालामुखी: श्री शक्तिपीठ मंदिर में रविवार छुट्टी वाले दिन लगभग 22000 श्रद्धालुओं ने परिवार सहित मां ज्वाला के दरबार में पूजा अर्चना की और माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर की व्यवस्था की उस समय पोल खुल गई जब तपती धूप में श्रद्धालुओं को लंबे समय तक दर्शनों के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ी। मंदिर प्रशासन ने पुलिस विभाग की मदद ली और थाना प्रभारी ज्वालामुखी विजय कुमार शर्मा अपनी टीम के साथ मंदिर में पहुंचे।
उन्होंने मंदिर अधिकारी तहसीलदार मनोहर लाल शर्मा के साथ मंदिर में व्यवस्था को नियंत्रित किया और श्रद्धालुओं को शांत कर लाइनों में दर्शन करवाए। मंदिर की बिगड़ी व्यवस्था को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने तुरंत छोटे मंदिरों को जाने वाले रास्ते हमेशा की तरह बंद कर दिए जिससे श्रद्धालु और स्थानीय लोग भड़के गए। लोगों का कहना है कि व्यवस्था सुधारने के लिए मंदिरों के रास्ते बंद करना सही नहीं है।
प्रशासन को होमवर्क करना चाहिए और बड़े मंदिरों की व्यवस्था से सीख लेनी चाहिए। लोगों ने विधायक संजय रत्न से आग्रह किया कि मंदिर के अधिकारियों और कर्मचारियों को बड़े मंदिरों की व्यवस्था देखने के लिए भेजा जाए और मंदिर से खर्च करके उन्हें बताया जाए कि दरवाजे बंद करने से व्यवस्था नहीं सुधरती है बल्कि दरवाजे खोलने से सुधरती है यदि भगवान न करें कभी मंदिर में भगदड़ मच जाए तो बंद किए हुए दरवाजे कौन खोलेगा।
मंदिर में लंगर व्यवस्था में भी भगदड़ दिखाई दी। सफाई व्यवस्था का भी बुरा हाल। रहा मंदिर में सफाई कर्मचारियों की भारी कमी है। यात्रियों को धूप में भी खड़े होकर दर्शनों के लिए इंतजार करना पड़ा। बाजार में यात्रियों की संख्या अच्छी रही और शहर में काफी रौनक दिखाई दी।