Edited By Vijay, Updated: 04 Sep, 2024 06:51 PM
जिला मुख्यालय चम्बा स्थित पंच जूना दशनाम अखाड़ा की छड़ी यात्रा बुधवार को मणिमहेश के लिए रवाना हो गई। छड़ी यात्रा छह दिन तक पैदल चम्बा से मणिमहेश डल झील के बीच की दूरी तय करेगी।
चम्बा (काकू): जिला मुख्यालय चम्बा स्थित पंच जूना दशनाम अखाड़ा की छड़ी यात्रा बुधवार को मणिमहेश के लिए रवाना हो गई। छड़ी यात्रा छह दिन तक पैदल चम्बा से मणिमहेश डल झील के बीच की दूरी तय करेगी। राधाष्टमी पर इसे डल झील में स्नान करवाया जाएगा। इसके साथ ही मणिमहेश यात्रा संपन्न होगी। बुधवार को एसडीएम चम्बा अरूण कुमार शर्मा ने रामगढ़ मोहल्ला में दशनाम अखाड़ा में पहुंचकर छड़ी मुबारिक व भगवान दत्तात्रेय की पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने छड़ी को अखाड़ा के महंत यतेंद्र गिरी को सौंपा।
हर-हर महादेव के जयकारों व बैंडबाजे के साथ छड़ी यात्रा मणिमहेश के लिए निकली। छड़ी 11 सितम्बर को मणिमहेश के डल झील में पहुंचेगी। छड़ी का पहला पड़ाव श्री राधा-कृष्ण मंदिर जुलाहकड़ी में रहा। वीरवार को छड़ी जुलाहकड़ी मंदिर से प्रस्थान राख के लिए प्रातः 10 बजे राख के लिए रवाना होगी। शुक्रवार 6 सितम्बर से राख से दुर्गेठी के लिए प्रातः 10 बजे प्रस्थान करेगी। 7 जून को दुर्गेठी से भरमौर व 8 जून को भरमौर से प्रस्थान हड़सर के लिए प्रातः 10 बजे रवाना होगी। 9 सितम्बर सोमवार को हड़सर से धनछो के लिए प्रातः 10 बजे रवाना होगी। जिसके बाद 10 सितम्बर मंगलवार को धनछो से प्रस्थान पवित्र डल के लिए प्रातः 8 बजे रवाना हाेगी। 11 जून बुधवार को पवित्र डल में स्नान करेगी।
एसडीएम चम्बा अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि पड़ावों में छड़ी के रहने व अन्य सुविधाओं का प्रबंध प्रशासन की तरफ से किया गया है। इस बारे में भरमौर प्रशासन को भी सूचना दे दी गई है। अखाड़ा के महंत यतेंद्र गिरी ने बताया कि जिस प्रकार अमरनाथ यात्रा के लिए श्रीनगर से छड़ी यात्रा निकलती है उसी तरह दशनाम अखाड़ा से भी छड़ी यात्रा मणिमहेश के लिए निकलती है। रियासतकाल से इस धार्मिक परंपरा का निर्वहन दशनाम अखाड़ा चम्बा कर रहा है। इस छड़ी को भगवान शंकर का अंश माना जाता है।
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