Edited By Vijay, Updated: 08 Dec, 2023 11:05 PM

करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम में करीब 10 अधिकारी व कर्मचारी भी एसआईटी के जांच दायरे में चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार छानबीन में खुलासा हुआ है कि संबंधित मुलाजिमों ने क्रिप्टो करंसी में निवेश कर 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लिया, ऐसे में जांच...
शिमला (राक्टा): करोड़ों रुपए के क्रिप्टो करंसी स्कैम में करीब 10 अधिकारी व कर्मचारी भी एसआईटी के जांच दायरे में चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार छानबीन में खुलासा हुआ है कि संबंधित मुलाजिमों ने क्रिप्टो करंसी में निवेश कर 2 करोड़ से अधिक का प्रॉफिट लिया, ऐसे में जांच टीम हर पहलू को गंभीरता से खंगाल रही है। इसके साथ ही संबंधित मुलाजिमों की संपत्तियों व बैंक खातों का पता लगाने के लिए राजस्व, आयकर के साथ ही बैंकों से भी रिकाॅर्ड जुटाया जा रहा है। यदि जांच में संबंधित सरकारी मुलाजिमों की किसी भी तरह की संलिप्ता उभर कर सामने आती है तो इनकी संपत्तियां भी जब्त हो जाएंगी।
निवेशक बोल रहे-नहीं थी स्कैम के बारे में जानकारी
सूत्रों की मानें तो जांच में एसआईटी के समक्ष सभी निवेशक ये ही कह रहे हैं कि उनको स्कैम के बारे में जानकारी नहीं थी, वे भी किसी के बोलने पर ही चेन से जुड़े और डबल रिटर्न की चाह में लोगों को अपने साथ जोड़ा, जिसकी एवज में अच्छा मुनाफा मिले। ये मालूूूम नहीं था कि ये एक स्कैम है। यदि ऐसा मालूम होता कि आरोपियों द्वारा क्रिप्टो करंसी के नाम पर घोटाले को अंजाम दिया जाना है तो वे न स्वयं इसमें निवेश करते और न ही किसी अन्य को निवेश के लिए प्रेरित करते। ऐसे में एसआईटी पता लगाने में जुटी हुई है और इस स्कैम में किसकी क्या संलिप्ता रही है।
मुख्य आरोपी को स्वदेश लाने के प्रयास जारी
दुबई में छिपे क्रिप्टो स्कैम के मास्टमाइंट सुभाष शर्मा को स्वदेश लाने के प्रयास जारी हैं। इसके तहत वहां की स्थानीय अदालत से उसके लिए वारंट जारी करवाया जा चुका है। देखा जाए तो इस स्कैम में अब तक 19 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके अलावा 8 एजैंटों की संपत्तियों को भी जब्त किया जा चुका है।
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