Edited By Vijay, Updated: 22 Apr, 2021 09:34 PM
चम्बा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत चौबिया के मांडो गांव में भारी बारिश के कारण हुए भू-स्खलन से एक गऊशाला गिर गई। इस हादसे में 4 गऊएं, एक बैल और 32 भेड़-बकरियां मलबे में दब गई हैं। इनमें से कुछ मवेशियों की मौत हो गई है जबकि कई मवेशी...
भरमौर (उत्तम): चम्बा जिला के जनजातीय क्षेत्र भरमौर की ग्राम पंचायत चौबिया के मांडो गांव में भारी बारिश के कारण हुए भू-स्खलन से एक गऊशाला गिर गई। इस हादसे में 4 गऊएं, एक बैल और 32 भेड़-बकरियां मलबे में दब गई हैं। इनमें से कुछ मवेशियों की मौत हो गई है जबकि कई मवेशी घायल हो गए हैं। तहसीलदार भरमौर ज्ञान भारद्वाज ने बताया कि विक्रमजीत तथा पवन कुमार पुत्र बिधा राम की गऊशाला भू-स्खलन की चपेट में आने से गिर गई। इससे 4 गऊएं और एक बैल मृत पाया गया जबकि एक गाय व 2 बैल घायल हैं। इसके अलावा 32 भेड़-बकरियां भी इस मलबे में दब गई हैं। इसमें 22 भेड़ें तथा 10 बकरियां शामिल हैं। 16 को मौके पर मृत पाया गया है तथा बाकी अभी तक मलबे में ही दबी हैं।
इसी गांव के मेघा राम पुत्र नथू राम का शौचालय भी भू-स्खलन के कारण पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। घटना की जानकारी मिलते ही गांव वासियों ने बचाव कार्य शुरू किया तथा इसकी सूचना प्रशासन को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस भी घटना स्थल पर पहुंच गई। वहीं एसडीएम भरमौर मनीष सोनी ने घटना स्थल का दौरा कर प्रभावित दोनों भाइयों को 5-5 हजार रुपए की फौरी राहत राशि प्रदान की। उन्होंने संबंधित विभागों को तुरंत नुक्सान का सही आकलन कर रिपोर्ट कार्यालय में प्रस्तुत करने के आदेश दिए हैं ताकि नुक्सान की भरपाई की तमाम औपचारिकताओं को पूरा किया जा सके।
भरमौर में भू-स्खलन से कई सड़कें बंद
उधर, पूरे भरमौर उपमंडल में वीरवार को भी भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। ऊपरी पहाडिय़ों पर वीरवार को भी बर्फबारी का क्रम जारी रहा। इससे समूचे क्षेत्र में शीतलहर का प्रकोप है। उपमंडल की कई सड़कें भू-स्खलन के कारण बंद हो गई हैं, जिन्हें विभागीय मशीनरी पुन: खोलने में जुट गई है।