Edited By Vijay, Updated: 06 Feb, 2025 11:30 AM

ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल ‘स्वयं’ में मौजूद कोर्सिज भी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में स्नातक स्तर पर अब क्रैडिट ट्रांसफर के लिए मान्य होंगे। एचपीयू ने स्वयं पॉलिसी को लागू कर दिया है।
शिमला (अभिषेक): ऑनलाइन लर्निंग पोर्टल ‘स्वयं’ में मौजूद कोर्सिज भी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) में स्नातक स्तर पर अब क्रैडिट ट्रांसफर के लिए मान्य होंगे। एचपीयू ने स्वयं पॉलिसी को लागू कर दिया है। स्वयं पॉलिसी को अपनाने के लिए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने सब कमेटी का गठन किया था। इस सब कमेटी द्वारा तैयार की गई स्वयं पॉलिसी को विश्वविद्यालय की अकादमिक काऊंसिल की स्टैंडिंग कमेटी द्वारा स्वीकृति प्रदान किए जाने के बाद इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है।
मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स (एमओओसी) के लिए क्रैडिट ट्रांसफर का प्रारूप भी तय कर लिया गया है। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय कोर्स की क्रैडिट योजना में स्वयं प्लेटफार्म के माध्यम से ऑनलाइन शिक्षण कोर्सिज के माध्यम से अर्जित क्रैडिट के लिए विद्यार्थियों को समतुल्य क्रैडिट वेटेज देगा। अधिसूचना के अनुसार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय का सिंगल प्वाइंट ऑफ कंटैक्ट (एसपीओसी) प्रत्येक वर्ष जून और नवम्बर में आगामी सैमेस्टर में क्रैडिट ट्रांसफर के लिए पात्र ऑनलाइन शिक्षण कोर्सिज की सूची अधिसूचित करेगा।
विद्यार्थी व विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करेगा कि स्वयं-एनपीटीईएल एमओओसी परीक्षाएं विश्वविद्यालय की मध्य-सैमेस्टर/आंतरिक परीक्षा और अंतिम-सैमेस्टर/एक्सटर्नल परीक्षा के साथ ओवरलैप न हों। इसके अलावा किसी भी विद्यार्थी को स्वयं प्लेटफार्म के माध्यम से प्रदान किए गए ऑनलाइन शिक्षण कोर्सिज के माध्यम से एक सैमेस्टर में किसी विशेष कोर्स में पेश किए जा रहे कुल कोर्सिज में से केवल 40 प्रतिशत तक का चयन करने की अनुमति होगी।
ऑनलाइन कोर्स चुनने वाले विद्यार्थियों को स्वयं-एनपीटीईएल स्थानीय अध्याय के माध्यम से उस कोर्स/पेपर के लिए एमओओसी के लिए पंजीकरण करना आवश्यक होगा और ऑनलाइन कोर्स/पेपर में भाग लेने के लिए उनके लिए पूर्व अनुमोदन लेना अनिवार्य होगा। विद्यार्थियों को इस संदर्भ में कॉलेज/विश्वविद्यालय/संस्थान और संभावित नियोक्ता को सूचित करना अनिवार्य होगा। प्रत्येक कोर्स के सफलतापूर्वक पूरा होने पर एमओओसी प्रदान करने वाला शिक्षण संस्थान क्रैडिट और ग्रेड की संख्या के साथ प्रमाण पत्र जारी करेगा, जिसके माध्यम से छात्र अपने मूल संस्थान द्वारा जारी किए गए अंक प्रमाण पत्र में क्रैडिट स्थानांतरित करवा सकता है।
स्नातक स्तर के कोर्सिज पर लागू होगी क्रैडिट ट्रांसफर पॉलिसी, प्रक्रिया भी की तय
क्रैडिट ट्रांसफर पॉलिसी हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे सभी स्नातक स्तर के कोर्सिज पर लागू होगी। इसके अलावा क्षमता संवर्द्धन कोर्सिज, कौशल संवर्द्धन कोर्सिज, इलैक्टिव कोर्सिज, इलैक्टिव कोर्सिज (इंट्रा/इंटर) पर भी यह पॉलिसी लागू होगी। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में स्वयं-एनपीटीईएल एमओओसी से क्रैडिट ट्रांसफर करने की प्रक्रिया भी तय कर ली गई है। इसके तहत वर्तमान सैमेस्टर के दौरान विद्यार्थी को अपना परीक्षा फार्म भरते समय एसपीओसी तथा संबद्ध महाविद्यालय/संस्थान के निदेशक/प्राचार्य के माध्यम से क्रैडिट ट्रांसफर के लिए अंडरटेकिंग देनी होगी। एक बार विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक/रजिस्ट्रार द्वारा उचित अनुमति प्रदान कर दिए जाने के बाद विद्यार्थी को छूट प्राप्त कोर्स के लिए विश्वविद्यालय परीक्षा में बैठने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा इसमें कई अन्य बिंदुओं को शामिल किया गया है।
विद्यार्थियों के पास क्रैडिट के संदर्भ में ये महत्वपूर्ण विकल्प होंगे उपलब्ध
- यदि विद्यार्थी की पसंद के अनुसार 4 क्रैडिट का कोर्स उपलब्ध नहीं है तो वह उपलब्ध 3 क्रैडिट कोर्स का विकल्प चुन सकता है और 1 क्रैडिट उसे एक मार्गदर्शक के माध्यम से निरंतर आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से प्राप्त करना होगा।
- यदि विद्यार्थी की पसंद के अनुसार 3 क्रैडिट का कोर्स उपलब्ध नहीं है तो वह उपलब्ध 2 क्रैडिट के कोर्स का विकल्प चुन सकता है और 1 क्रैडिट उसे एक मार्गदर्शक के माध्यम से सतत् आंतरिक मूल्यांकन के माध्यम से प्राप्त करना होगा।
- जो छात्र स्वयं-एनपीटीईएल द्वारा आयोजित प्रोक्टर्ड परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुए हैं और निर्दिष्ट अनुसार क्रैडिट स्थानांतरण के लिए आवेदन करते हैं तो उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सतत् और सैमेस्टर और मूल्यांकन (केवल निर्दिष्ट समकक्ष क्रैडिट कोर्स के लिए आंतरिक और बाह्य) में उपस्थित होने से छूट दी गई है।
- यदि कोई विद्यार्थी 40 प्रतिशत से अधिक अंक के साथ अतिरिक्त एमओओसी कोर्स का विकल्प चुनता है, तो इसे अतिरिक्त क्रैडिट माना जाएगा और यह अंक पत्र या अलग प्रमाण पत्र में दर्शाया जाएगा, लेकिन सीजीपीए की सारिणी बनाने में इसे शामिल नहीं किया जाएगा।
- स्वयं के परिणामों में देरी होने की स्थिति में विश्वविद्यालय ऐसे अभ्यर्थियों के परिणामों को रोक सकता है और एमओओसी के परिणाम घोषित होने पर विश्वविद्यालय ऐसे विद्यार्थियों के लिए अंक-पत्र जारी करेगा।
क्रैडिट ट्रांसफर कमेटी का भी किया गया गठन
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में क्रैडिट ट्रांसफर कमेटी का भी गठन किया गया है। इसमें परीक्षा नियंत्रक कमेटी के सदस्य सचिव होंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय स्तर के एमओओसी (एसपीओसी), डीन ऑफ स्टडीज, डीन सीडीसी के अलावा कुलपति द्वारा नामांकित 3 से 5 डीन फैकल्टी और 3 से 5 काॅलेजों के प्रधानाचार्य कमेटी में शामिल होंगे, जोकि कुलपति द्वारा ही नामांकित किए जाएंगे।
हिमाचल की खबरें Twitter पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here
अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here
हिमाचल प्रदेश की खबरें पढ़ने के लिए हमारे व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें Click Here