Edited By Vijay, Updated: 17 Feb, 2021 11:30 PM
जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में पैराग्लाइडिंग की उड़ानों को लेकर पायलटों में विवाद पैदा हो गया है। वहीं उड़ान को लेकर जारी की गई साइट पर भी पायलटों ने रोष व्यक्त किया है। पायलटों ने मांग रखी है कि इस विवाद को जल्द सुलझाया जाए। जिला कुल्लू की गड़सा घाटी...
कुल्लू (संजीव जैन): जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में पैराग्लाइडिंग की उड़ानों को लेकर पायलटों में विवाद पैदा हो गया है। वहीं उड़ान को लेकर जारी की गई साइट पर भी पायलटों ने रोष व्यक्त किया है। पायलटों ने मांग रखी है कि इस विवाद को जल्द सुलझाया जाए। जिला कुल्लू की गड़सा घाटी में इन दिनों पैराग्लाइडिंग का कारोबार चल रहा है लेकिन पायलट उड़ान भरने की जगह व उतरने की जगह पर चल रहे विवाद को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं। बुधवार को पैराग्लाइडिंग पायलटों का प्रतिनिधिमंडल भी इस मामले को सुलझाने के लिए जिला पर्यटन विकास अधिकारी से मिले।
पैराग्लाइडिंग पायलटों का कहना है कि पैराग्लाइडिंग के लिए गड़सा साइट में एक निजी व्यक्ति की जमीन पर साइट पास की है लेकिन कुछ दिनों से वह पायलट व सैलानियो को परेशान कर रहा है। पायलट राहुल व करण का कहना है कि उक्त व्यक्ति कहता है कि पायलट जिस व्यक्ति की साइट से उड़ान भर रहे हैं उन्हें उसी की साइट में उतरना होगा। जबकि सच्चाई यह है कि उक्त व्यक्ति के उड़ान भरने वाली साइट में आने-जाने का रास्ता काफी तंग है तथा इस साइट में पर्यटकों को आने-जाने हेतु तकरीबन 10 मिनट का समय लगता है। इसके अलावा वहां पर कोई भी सुविधा नहीं है।
पायलटों के मुताबिक यदि उक्त व्यक्ति की साइट से उड़ान भरी जाती है तो यहां पर कोई अनहोनी घटना घट सकती है तथा उस घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा। राहुल का कहना है कि वे लंबे समय से किसी और साइट से उड़ान भर रहे हैं और अब निजी व्यक्ति की साइट पर उतर रहे हैं लेकिन अब उक्त व्यक्ति उन्हें निजी जगह से उड़ान भरने की बात कह रहा है और बात न मानने पर पायलटों को तंग कर रहा है, ऐसे में पर्यटन विभाग फिर से नई साइट का चयन करे ताकि पैराग्लाइडिंग पायलट रोजगार कमा सकें। वहीं पर्यटन विकास अधिकारी कार्यालय में भी पैराग्लाइडिंग पायलटों द्वारा एक ज्ञापन सौंपा गया और इस मामले में जल्द कार्रवाई की मांग रखी गई।