Edited By Vijay, Updated: 05 Jun, 2025 07:27 PM
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक न्यूट्रल स्टेट बनाया जाएगा। यह बात उन्हाेंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कही।
शिमला (भूपिन्द्र): मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक न्यूट्रल स्टेट बनाया जाएगा। यह बात उन्हाेंने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शिमला में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में कही। मुख्यमंत्री इसके लिए प्लास्टिक न्यूट्रल हिमाचल-2030 जागरूकता अभियान और स्वच्छ शिमला अभियान का भी शुभारम्भ किया तथा माैके पर उपस्थित लाेगाें काे हिमाचल प्रदेश को प्लास्टिक न्यूट्रल बनाने की शपथ भी दिलाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में चरणबद्ध तरीके से राज्य में प्लास्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक चालान मोबाइल एप का शुभारम्भ
पर्यावरण, विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं जलवायु परिवर्तन विभाग तथा हिमाचल प्रदेश विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री ने सिंगल यूज प्लास्टिक चालान मोबाइल एप का शुभारम्भ भी किया। इस एप के माध्यम से 13 विभागों के अधिकारी अब मोबाइल के माध्यम से सीधे चालान कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के स्कूलों के विद्यार्थियों को पानी पीने की 6 लाख स्टेनलैस स्टील की बोतलें प्रदान करने की घोषणा की तथा कहा कि प्रदेश सरकार ने प्लास्टिक के खिलाफ निर्णायक लड़ाई शुरू की है। प्लास्टिक के उपयोग से संबंधित नियमों को सख्ती से लागू किया गया है तथा जन जागरूकता के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश सरकार ने 31 मार्च, 2026 तक प्रदेश को ग्रीन स्टेट बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
हरित आवरण बढ़ाने के लिए नई योजनाएं की जा रहीं कार्यान्वित
प्रदेश में हरित आवरण को बढ़ाने के लिए नवीन योजनाएं कार्यान्वित की जा रही हैं। सुक्खू ने कहा कि ग्रीन कवर को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने केन्द्र सरकार से ग्रीन बोनस की मांग की है। सुक्खू ने पर्यावरण विभाग की लघु पुस्तकों का विमोचन किया। उन्होंने शक्ति स्वयं सहायता समूह, एकता स्वयं सहायता समूह और कुशाला संकुल स्तरीय संगठन को पत्तल और डूना बनाने की मशीनें व ईको क्लब आरकेएमवी को शरेडर मशीन भी भेंट की।
8 व्यक्ति व संस्थान पर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित
विश्व पर्यावरण दिवस पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए 8 व्यक्तियों और संस्थाओं को पर्यावरण उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया। प्रथम और द्वितीय पुरस्कार के लिए 50-50 हजार रुपए, जबकि तृतीय पुरस्कार के लिए 25,000 रुपए की नकद राशि प्रदान की गई। शैक्षणिक संस्थान श्रेणी में राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला को प्रथम पुरस्कार दिया गया। अन्य प्रथम पुरस्कार विजेताओं में नेचर पार्क बाखली देवीदड़ और जाइका समर्थित परियोजना नाचन, मैसर्स पिडिलाइट इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बद्दी हिमकोस्ट के तहत सैंटर फॉर साइंस लर्निंग एंड क्रिएटिविटी बद्दी तथा खंड विकास कार्यालय चौपाल शामिल हैं। द्वितीय पुरस्कार हिमालयन रिसर्च ग्रुप शिमला, पीएम श्री राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चौंतड़ा मंडी और मैसर्स ल्यूमिनस पावर टैक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड अंब जिला ऊना को दिया गया। इसी तरह श्रेष्ठ ईको क्लब रिपोर्ट में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बालकरूपी जिला कांगड़ा ने पहला, शिवालिक वैली पब्लिक स्कूल सोलन ने दूसरा तथा राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घुमारवीं बिलासपुर को तीसरा स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया।
विभिन्न प्रतियोगिताओं में इन्हें किया पुरस्कृत
इस अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता (कनिष्ठ वर्ग) में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कंगेर जिला ऊना के ध्रुव को पहला, राजकीय माध्यमिक विद्यालय सुल्तानपुर चम्बा की आरूही को दूसरा स्थान और एचएपीएस हीरा नगर हमीरपुर को तीसरा स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत किया गया। वरिष्ठ वर्ग में राजकीय उच्च विद्यालय नवबहार शिमला की रोशनी को पहला स्थान, सेंट ल्यूक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सोलन की महक प्रीत को दूसरा स्थान और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय पांगी के आयुष नेगी को तीसरा स्थान हासिल करने के लिए पुरस्कृत किया गया।
नारा लेखन प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में राजकीय उच्च विद्यालय कनाह, जिला सोलन की हर्षिता ने पहला स्थान, राजकीय उच्च पाठशाला भीतलू कांगड़ा की सोनाक्षी ने दूसरा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बारंग किन्नौर की दिव्या ज्योति ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। वरिष्ठ वर्ग में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय लुड्डू चम्बा की दीक्षा ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला चौरी हमीरपुर की पलक ने द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खलयानी जिला कुल्लू की पारुल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
फोटोग्राफी प्रतियोगिता में जिंदल विद्या मंदिर, शोल्टू, किन्नौर के अभिनव ने प्रथम, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सौर जिला सोलन के विकास ने द्वितीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुट्टी शिमला की इक्षिता ने तृतीय तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थरास जिला कुल्लू की साक्षी ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया।
वाद-विवाद प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ विद्यालय कोटला सोलन की इशिता ने पहला, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घणाहट्टी शिमला की कोमल मेहता ने दूसरा, नूरपुर पब्लिक स्कूल नूरपुर कांगड़ा की आराधना ठाकुर ने तीसरा तथा टीआर डीएवी स्कूल कांगू हमीरपुर की अंशिका शर्मा चौथे स्थान पर रही।
विज्ञान एवं पर्यावरण केंद्र द्वारा चलाए जा रहे हरित स्कूल कार्यक्रम के तहत भी कई पुरस्कार प्रदान किए गए। जिला सोलन को श्रेष्ठ ग्रीन जिला पुरस्कार प्रदान किया, जबकि राजकीय उच्च विद्यालय कनाह सोलन को भूमि प्रबंधक पुरस्कार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शिमला जिले के बलदेयां को परिवर्तन निर्माता विद्यालय, दून वैली पब्लिक स्कूल सोलन को ऊर्जा प्रबंधन पुरस्कार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भलेठ जिला हमीरपुर को अपशिष्ट योद्धा पुरस्कार, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सरोग जिला शिमला को सर्वश्रेष्ठ नवागंतुक पुरस्कार और शिवालिक वैली पब्लिक स्कूल सोलन को जल संरक्षण पुरस्कार प्रदान किया।

साइकिल रन को दिखाई हरी झंडी
मुख्यमंत्री ने विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ओक ओवर शिमला से ‘प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना’ ध्येय से आयोजित साइकिल रन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए सभी को सहभागिता सुनिश्चित करनी चाहिए।
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