Edited By Vijay, Updated: 15 Nov, 2024 11:01 AM
रामपुर बुशहर में आयोजित 4 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले वर्ष प्राकृतिक आपदा के दौरान दिए गए राहत पैकेज की तर्ज पर....
रामपुर बुशहर (नोगल): रामपुर बुशहर में आयोजित 4 दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय लवी मेले के समापन समारोह में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने पिछले वर्ष प्राकृतिक आपदा के दौरान दिए गए राहत पैकेज की तर्ज पर इस वर्ष बरसात के मौसम में रामपुर क्षेत्र के आपदा प्रभावित समेज और बागीपुल क्षेत्रों के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा में जिन परिवारों ने अपना पूरा घर खो दिया है उन्हें पहले दी जाने वाली 1.5 लाख रुपए की राशि की बजाय 7 लाख रुपए प्रदान किए जाएंगे, जबकि आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों का 1 लाख रुपए मुआवजा दिया जाएगा। इन और अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लापता हुए व्यक्तियों के परिवारों को राज्य सरकार की ओर से मृत्यु प्रमाण पत्र और वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
केंद्र की मदद के बिना पिछले वर्ष भी दिया विशेष आर्थिक पैकेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह एक आम परिवार से संबंध रखते हैं इसलिए आम लोगों के संघर्षों को अच्छी तरह समझते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले वर्ष 23000 प्रभावित परिवारों का पुनर्वास किया और केंद्र सरकार से किसी भी तरह की मदद के बिना 4500 करोड़ रुपए का विशेष आर्थिक पैकेज दिया। उन्होंने कहा कि यदि सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (एसजेवीएनएल) राज्य की ऊर्जा नीति का पालन करने में विफल रहता है तो हिमाचल प्रदेश सरकार 210 मैगावाट लुहरी स्टेज-1, 382 मैगावाट सुन्नी और 66 मैगावाट धौलासिद्ध जलविद्युत परियोजनाओं को अपने अधीन ले लेगी, जिसके लिए एसजेवीएनएल को 15 जनवरी, 2025 तक का समय दिया गया है।
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