Edited By Vijay, Updated: 03 Aug, 2023 05:31 PM

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्रीय समिति को प्रदेश में भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया।
नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की मुलाकात
शिमला (ब्यूरो): मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। मुख्यमंत्री ने भारी बारिश एवं बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिए केंद्रीय समिति को प्रदेश में भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने केंद्रीय समिति की अनुशंसा के अनुसार राज्य को शीघ्रातिशीघ्र राशि जारी करने का आग्रह करते हुए कहा कि प्रदेश में क्षतिग्रस्त आधारभूत संरचना के पुनर्निर्माण में लगभग एक से दो वर्ष का समय लगेगा। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने इत्यादि की घटनाओं से हुए भारी नुक्सान से उन्हें अवगत करवाया और राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए 2 हजार करोड़ रुपए की तुरंत राहत प्रदान करने का आग्रह किया।

राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत निधि के तहत लंबित हैं 315 करोड़
मुख्यमंत्री ने अवगत करवाया कि आपदा राहत के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए केंद्र से प्राप्त निधि संबंधित विभागों और जिलाधीशों को राहत अभियान के लिए जारी कर दी गई है। वर्ष 2019-2020 तथा वर्ष 2020-2021 के लिए राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत निधि के तहत लंबित 315 करोड़ रुपए की राशि शीघ्र जारी की जाए, क्योंकि अभी तक प्राप्त राशि प्रदेश में बड़े स्तर पर हुई क्षति के विपरीत बहुत कम है। गृह मंत्री ने राज्य को हरसम्भव सहायता का आश्वासन दिया। इस अवसर पर मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा भी उपस्थित थे।
रक्षा मंत्री से रंगरीक में हवाई पट्टी के निर्माण का किया आग्रह
वहीं मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी भेंट कर स्पीति घाटी के रंगरीक में सामरिक दृष्टि से हवाई पट्टी के निर्माण का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यह स्थान उत्तरी सीमा से 50 किलोमीटर की हवाई दूरी पर स्थित है और स्पीति घाटी के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 505 के अतिरिक्त अन्य कोई सम्पर्क साधन नहीं है।
गोला बारूद डिपो पोवारी को किया जाए स्थानांतरित
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से गोला बारूद डिपो पोवारी को स्थानांतरित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने अवगत करवाया कि इसके दृष्टिगत 2 वैकल्पिक स्थलों की पहचान की गई है। उन्होंने उचित कार्यवाही के लिए आग्रह किया और कहा कि राज्य सरकार भूमि उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है। सीएम ने कहा कि 450 मैगावाट क्षमता की शोंगटोंग कड़छम जल विद्युत परियोजना इस डिपो के ठीक सामने सतलुज नदी के बाएं किनारे पर स्थित है। सिल्ट फ्लशिंग टनल का उत्खनन का कार्य गोला-बारूद डिपो की पाबंदियों के कारण आऊटलेट पोर्टल की बजाय इनलेट पोर्टल से किया जा रहा है। इस डिपो के स्थानांतरित होने तक नियंत्रित विस्फोटन प्रणाली निर्धारित करने के लिए इस मामले पर सैंटर फॉर फायर एक्सप्लोसिव्स एंड एनवायरमैंट सेफ्टी के साथ चर्चा की गई है ताकि राज्य सरकार उत्खनन का कार्य आऊटलेट पोर्टल के माध्यम से भी कर सके।

सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों को जोड़ने के लिए हो नई सड़कों का निर्माण
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों के गांवों को जोड़ने के लिए नई सड़कों के निर्माण के अलावा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का भी आग्रह किया। उन्होंने पुरानी हिंदुस्तान-तिब्बत सड़क के पुनर्विकास, ज्यूरी से भावानगर तक समानांतर स्टेच विकसित करने, खाब-लियो-चांगो सड़क को विकसित करने तथा भावा-मुद सड़क पर भावा टॉप के नीचे टनल बनाने पर चर्चा की। इससे काजा और शिमला के मध्य दूरी 70 किलोमीटर कम हो जाएगी। उन्होंने मध्यवर्ती सड़कें विकसित करने पर भी बल दिया। इस दौरान रक्षा मंत्री ने राज्य को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से की भेंट
मुख्यमंत्री केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट की। उन्होंने राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने, संसाधन सृजन और बहाली कार्यों की गति में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से अतिरिक्त विशेष केंद्रीय सहायता का आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्त मंत्री को हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के दौरान सड़कों, पुलों, जलापूर्ति योजनाओं, सिंचाई योजनाओं, शैक्षणिक एवं स्वास्थ्य संस्थानों, पशुधन व मानव जीवन, सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को हुई भारी क्षति के बारे में अवगत कराया। उन्होंने कहा कि लगभग 8000 करोड़ के नुक्सान का आकलन किया गया है। राज्य सरकार ने अपने स्वयं के अल्प संसाधनों से राहत और बहाली अभियान चलाया जो राज्य के बुनियादी ढांचे को पटरी पर लाने के लिए अपर्याप्त है, ऐसे में उन्होंने केंद्र से समर्थन और सहायता का आग्रह किया। इस पर केंद्रीय मंत्री ने हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।

वेणुगोपाल व शुक्ला से सत्ता-संगठन से जुड़े विषयों पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली दौरे के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल एवं प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला से सत्ता-संगठन से जुड़े विषयों पर चर्चा की। इसमें 3 नए मंत्रियों को बनाए जाने तथा निगम-बोर्ड में नियुक्तियों को लेकर चर्चा की। इसी तरह आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी उनकी चर्चा हुई। उन्होंने केंद्रीय नेताओं को प्रदेश में बरसात के कारण हुए नुक्सान की जानकारी दी तथा सरकार की तरफ से राहत एवं बचाव कार्यों से संबंधित जानकारी दी। उनके कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से भी मुलाकात करने की संभावना है। उन्होंने नई दिल्ली में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सहित अन्य नेताओं से भी मुलाकात की।
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