Edited By Vijay, Updated: 16 Aug, 2023 11:23 PM

17 अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेले को लेकर मंदिर न्यासों ने अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। प्रदेश के शक्तिपीठों को मेलों के लिए सजा दिया गया है। एसडीएम एवं मेला सहायक अधिकारी चिंतपूर्णी विवेक महाजन ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धांलुओं के...
चिंतपूर्णी/नयनादेवी (हिमांशु/सुनील): 17 अगस्त से शुरू हो रहे श्रावण अष्टमी मेले को लेकर मंदिर न्यासों ने अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली हैं। प्रदेश के शक्तिपीठों को मेलों के लिए सजा दिया गया है। एसडीएम एवं मेला सहायक अधिकारी चिंतपूर्णी विवेक महाजन ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धांलुओं के लिए 24 घंटे चिंतपूर्णी मंदिर के कपाट खुले रहेंगे। मात्र मंदिर परिसर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए कपाट कुछ समय बंद होंगे। उन्होंने बताया कि भीड़ रहने पर सुगम दर्शन प्रणाली के तहत दिए जाने वाले पास में भी कटौती की जा सकती है। इस बार बस स्टैंड से मंदिर तक साऊंड सिस्टम भी डिवैल्प किया गया है जिसमें माता की भेंटें बजती रहेंगी, वहीं बड़ी-बड़ी स्क्रीन पर माता की पिंडी के दर्शन हो पाएंगे।
उधर, नयनादेवी मंदिर सुबह 2 बजे खुलेगा तथा 12 बजे रात को बंद होगा। मंदिर के अंदर कड़ाह-प्रसाद तथा नारियल ले जाने पर पाबंदी लगाई गई है। श्रद्धालु फ्लाई ओवर के रास्ते माता जी के दर्शनों को जाएंगे तथा पौडिय़ों के रास्ते से उनकी वापसी होगी। रज्जू मार्ग सुबह साढ़े 7 बजे से शाम 8 बजे तक चलेगा। यात्रियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था यथावत रहेगी।
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