Edited By Vijay, Updated: 10 Dec, 2025 01:25 PM

जिला मुख्यालय स्थित चंडीगढ़-धर्मशाला नैशनल हाईवे पर निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। पिछले सप्ताह हाईवे पर की गई टारिंग घटिया गुणवत्ता के चलते कुछ ही दिनों में उखड़नी शुरू हो गई है।
ऊना (अमित): जिला मुख्यालय स्थित चंडीगढ़-धर्मशाला नैशनल हाईवे पर निर्माण कार्य में भारी अनियमितता का मामला सामने आया है। पिछले सप्ताह हाईवे पर की गई टारिंग घटिया गुणवत्ता के चलते कुछ ही दिनों में उखड़नी शुरू हो गई है। हालात यह हैं कि 2 दिन पहले किया गया पैचवर्क भी नहीं टिक पाया, जिसके बाद स्थानीय निवासियों और दुकानदारों का गुस्सा फूट पड़ा है।
स्थानीय दुकानदार चंद्रभूषण, शुभम सैनी और उजागर सिंह ने मौके पर प्रदर्शन करते हुए बताया कि सड़क की हालत पहले से काफी बेहतर थी और यहां नई टारिंग की कोई विशेष आवश्यकता नहीं थी। लोगों का आरोप है कि ठेकेदार और विभाग ने मिलीभगत कर सरकारी बजट को ठिकाने लगाने के लिए अच्छी सड़क पर घटिया सामग्री की परत चढ़ा दी। नतीजा यह हुआ कि सड़क बनने के हफ्ते भर के भीतर ही जगह-जगह से उखड़ गई है। स्थानीय लोगों ने इसे भ्रष्टाचार का खुला मामला बताते हुए कहा कि यह जनता की गाढ़ी कमाई और सरकारी खजाने की सरासर बर्बादी है। उन्होंने मांग की है कि जिस मैटीरियल का इस्तेमाल किया गया है, उसकी लैब टेस्टिंग कराई जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
वहीं मामले के तूल पकड़ते ही एनएचएआई हरकत में आ गया है। एनएचएआई के एसडीओ राजेश शर्मा ने पुष्टि की है कि निर्माण कार्य में खामियां पाई गई हैं। उन्होंने बताया कि सड़क की खराब गुणवत्ता को देखते हुए ठेकेदार की भुगतान प्रक्रियापर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। एसडीओ ने कहा कि सड़क की गुणवत्ता की विस्तृत जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। फिलहाल, स्थानीय लोग प्रशासन की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में इस तरह की लापरवाही पर रोक लगेगी।