Edited By Kuldeep, Updated: 06 Sep, 2024 07:25 PM
चम्बा शहर के चरपट नाथ मंदिर से शुक्रवार को मणिमहेश के लिए चरपट छड़ी यात्रा रवाना हो गई। पारंपरिक वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के साथ बड़ी संख्या में यात्रा में लोगों ने भाग लिया।
चम्बा (रणवीर): चम्बा शहर के चरपट नाथ मंदिर से शुक्रवार को मणिमहेश के लिए चरपट छड़ी यात्रा रवाना हो गई। पारंपरिक वाद्ययंत्रों की ध्वनियों के साथ बड़ी संख्या में यात्रा में लोगों ने भाग लिया। यह यात्रा विभिन्न स्थानों पर पड़ाव लगाती हुई मणिमहेश पहुंचेगी। शुक्रवार शाम यह छड़ी यात्रा अपने पहले पड़ाव जुलाहकड़ी के लिए निकली। चरपट नाथ के पुजारी ने चरपट नाथ के चिह्न को उठाकर यात्रा की अगुवाई की। छड़ी जुलाहकड़ी स्थित राधाकृष्ण मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी।
चरपट नाथ की छड़ी यात्रा के विभिन्न पड़ावों पर रात्रि विश्राम के बाद राधा अष्टमी के शाही स्नान के बाद चम्बा मुख्यालय लौटेगी। हर वर्ष चम्बा नगर से मणिमहेश के लिए 2 छड़ी निकलती हैं, जिसमें 1 दशनाम की छड़ी मुबारिक तो दूसरी चरपट के चिह्न की निकलती है। बीते बुधवार को दशनामी अखाड़े की छड़ी ने मणिमहेश के लिए प्रस्थान किया तो शुक्रवार को चरपट की चिह्न यात्रा मणिमहेश के लिए रवाना हो गई। इस मौके पर लोगों ने पूजा-अर्चना भी की।