Edited By Jyoti M, Updated: 07 Aug, 2025 09:32 AM

हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने कहर बरपाया है। इस साल 20 जून से 6 अगस्त के बीच भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण पूरे राज्य में भारी तबाही हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में 199 लोगों की मौत हुई है, जबकि 304...
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने कहर बरपाया है। इस साल 20 जून से 6 अगस्त के बीच भारी बारिश, बाढ़ और भूस्खलन के कारण पूरे राज्य में भारी तबाही हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवधि में 199 लोगों की मौत हुई है, जबकि 304 लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा, 36 लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। मॉनसून से जानमाल के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को भी भारी नुकसान पहुंचा है। पूरे राज्य में 1905.5 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सड़कें, घर, बिजली, पानी, कृषि और बागवानी क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। कई जगहों पर सड़कें टूट गई हैं और भूस्खलन के कारण यातायात प्रभावित हुआ है। कई घर पूरी तरह से ढह गए हैं, और किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। राज्य प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम लगातार राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 12 अगस्त तक और बारिश की भविष्यवाणी की है, जिसके चलते प्रशासन हाई अलर्ट पर है। लोगों से अपील की गई है कि वे अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर संवेदनशील इलाकों में। साथ ही, प्रशासन ने लोगों को आधिकारिक माध्यमों से ही जानकारी लेने की सलाह दी है।