Edited By Rahul Singh, Updated: 18 Aug, 2024 11:32 AM
एचआरटीसी बसों के बाद जहां अब निजी स्कूल बस पास दरों में वृद्धि की गई है वहीं निगम अब सरकारी काॅलेजों, विश्वविद्यालय और आईटीआई के छात्रों के लिए रियायती पास की दरें बढ़ाने की तैयारी में है।
शिमला, (राजेश): एचआरटीसी बसों के बाद जहां अब निजी स्कूल बस पास दरों में वृद्धि की गई है वहीं निगम अब सरकारी काॅलेजों, विश्वविद्यालय और आईटीआई के छात्रों के लिए रियायती पास की दरें बढ़ाने की तैयारी में है। प्रदेश भर में विद्यार्थियों के बस पास में दरों में कब से बढ़ौतरी नहीं हुई और निगम को इससे कितना घाटा हो रहा है, इसका आकलन प्रबंधन कर चुका है। वहीं मुख्यमंत्री के साथ हुई निगम की समीक्षा बैठक में इसको लेकर विस्तृत चर्चा की गई है। बैठक के बाद निगम प्रबंधन ने इसको लेकर होमवर्क शुरू कर दिया है। मुख्यमंत्री ने निगम प्रबंधन को निर्देश दिए थे कि निगम के घाटे के क्या कारण हैं, इनकी एक रिपोर्ट तैयार करें। रिपोर्ट में घाटे के कई कारण बताए गए हैं।
यह भी पढ़ें- हिमाचल सरकार का बड़ा फैसला, बिना छात्रों वाले 99 सरकारी स्कूल किए बंद
इसमें एक कारण यह भी था कि निगम ने पिछले कई सालों से रियायती बस पास की दरों में संशोधन ही नहीं किया जबकि इस बीच डीजल के कीमतें कई बार बढ़ चुकी हैं। इसके अलावा स्पेयर पार्ट्स व अन्य सामान भी महंगा हुआ है। इस कारण निगम को लगातार घाटा उठाना पड़ रहा है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में इसमें संशोधन किया जाना तय है। निगम की बसों में 12वीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल प्रमाण पत्र दिखाने पर फ्री बस यात्रा है, वहीं काॅलेज व विश्वविद्यालय छात्रों के लिए पास बनाए जाते हैं।