Edited By Kuldeep, Updated: 08 Dec, 2022 12:52 PM

हिमाचल विधानसभा चुनावाें में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री रहे जीएस बाली के बेटे आरएस बाली 15480 मंतों से जीत गए हैं। कुल 67846 मतों में से आरएस बाली ने सबसे ज्यादा 59.97 फीसदी 40 हजार 686 मत हासिल किए हैं। जबकि...
परौर (पांजला) : हिमाचल विधानसभा चुनावाें में कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव एवं हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ मंत्री रहे जीएस बाली के बेटे आरएस बाली 15480 मंतों से जीत गए हैं। कुल 67846 मतों में से आरएस बाली ने सबसे ज्यादा 59.97 फीसदी 40 हजार 686 मत हासिल किए हैं। जबकि अरूण कुमार कुक्का 25206 वोट पर सिमट गए हैं। बता दें कि नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र में 15480 मतों से जीतने वाले आरएस बाली पहले नेता बन गए हैं। इससे पहले उनके पिता जीएस बाली ने 2003 में 10,394 वोटों से जीत दर्ज की थी। वहीं, नगरोटा बगवां में आम आदमी पार्टी 1300 मतों पर ही सिमट गई है। बता दें कि नगरोटा बगवां में विकास और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर आरएस बाली लोगों के बीच में थे। वहीं, उन्होंने प्रदेश में रोजगार संघर्ष यात्रा निकालकर काफी युवाओं और महिलाओं को कांग्रेस की तरफ आकर्षिक किया था। वहीं, आरएस बाली और उनके कार्यकर्ताओं की माने तो वह जीत को लेकर 3 साल पहले से ही आश्वास्त थे।
6 महीने पहले अग्निहोत्री ने की थी तारीफ
बता दें कि नगरोटा बगवां के विकास पुरुष नेता रहे स्वर्गीय जीएस बाली के जन्मदिन पर होने वाले बाल मेले में आरएस बाली ने भीड़ जुटाकर बता दिया था कि नगरोटा बगवां की जनता इस बार बदलाव के लिए तैयार है। भीड़ को देख तब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि बड़े मियां तो मियां छोटे सुभान अल्लाह। वहीं, जनता ने आरएस बाली को ऐतिहासिक मतों से जीतकर बाहरी कहने वालों को तगड़ा जबाव दिया है।
किसे कितने मिले वोट
1 |
ARUN KUMAR |
Bharatiya Janata Party |
25206 |
0 |
25206 |
37.15 |
2 |
R.S. BALI |
Indian National Congress |
40686 |
0 |
40686 |
59.97 |
3 |
UMA KANT |
Aam Aadmi Party |
1300 |
0 |
1300 |
1.92 |
4 |
SIKANDER KUMAR |
Independent |
279 |
0 |
279 |
0.41 |
5 |
NOTA |
None of the Above |
375 |
0 |
375 |
0.55 |
|
Total |
|
67846 |
0 |
67846 |
यह रहा है नगरोटा में अभी तक ट्रेंड, पिछली बार कुक्का 1000 मतों से जीते थे।
2017 |
अरुण कुक्का |
भाजपा |
|
|
1000[2] |
2012 |
जी एस बाली |
कांग्रेस |
74,574 |
74.1 |
2,743[2] |
2007 |
जी एस बाली |
कांग्रेस |
71,131 |
74.5 |
5,751[5] |
2003 |
जी एस बाली |
कांग्रेस |
61,659 |
78.6 |
10,394[6] |
1998 |
जी एस बाली |
कांग्रेस |
53,705 |
74.7 |
1,224[7] |
1993 |
हरदयाल चौधरी |
निर्दलीय |
49,249 |
75.9 |
8,719[8] |
1990 |
राम चंद भाटिया |
भाजपा |
44,547 |
73.4 |
4,857[9] |
1985 |
राम चंद |
भाजपा |
34,181 |
78.4 |
372[10] |
1982 |
राम चंद |
भाजपा |
31,816 |
79.2 |
3,364[11] |
1977 |
हरदयाल |
कांग्रेस |
28,130 |
68.8 |
4,965[12] |