Edited By Jyoti M, Updated: 28 Dec, 2025 04:03 PM

बादलों के बीच उड़ान भरने का रोमांच उस समय मातम में बदल गया, जब दुनिया की सबसे मशहूर पैराग्लाइडिंग साइट्स में से एक, बीर-बिलिंग में एक भयानक हादसा पेश आया। जब हवाओं के साथ अठखेलियाँ करता एक पैराग्लाइडर अचानक अनियंत्रित होकर जमीन की ओर आ गिरा।
हिमाचल डेस्क। बादलों के बीच उड़ान भरने का रोमांच उस समय मातम में बदल गया, जब दुनिया की सबसे मशहूर पैराग्लाइडिंग साइट्स में से एक, बीर-बिलिंग में एक भयानक हादसा पेश आया। जब हवाओं के साथ अठखेलियाँ करता एक पैराग्लाइडर अचानक अनियंत्रित होकर जमीन की ओर आ गिरा। इस दिल दहला देने वाली घटना में एक अनुभवी पायलट की मौत हो गई, जबकि उनके साथ सवार पर्यटक की जान बाल-बाल बच गई।
क्या है पूरा मामला?
हादसा उस समय हुआ जब पायलट मोहन सिंह (निवासी बरोट, मंडी) ने एक पर्यटक के साथ बिलिंग टेक-ऑफ पॉइंट से अपनी उड़ान शुरू की। प्रत्यक्षदर्शियों और एसोसिएशन के मुताबिक, टेक-ऑफ के कुछ ही सेकंड बाद ग्लाइडर में कोई गड़बड़ आई, जिससे वह हवा में अपना संतुलन खो बैठा। अनियंत्रित होकर ग्लाइडर सीधे लॉन्चिंग पैड के नीचे बनी एक सड़क पर जा गिरा।
बचाव कार्य और स्थिति
क्रैश होते ही स्थानीय लोग और रेस्क्यू टीमें मौके पर दौड़ीं। दोनों को तुरंत अस्पताल ले जाने की कोशिश की गई, लेकिन गंभीर चोटों के कारण मोहन सिंह ने अस्पताल पहुँचने से पहले ही दम तोड़ दिया। उनके साथ मौजूद पर्यटक को प्राथमिक उपचार दिया गया है और फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
इस हादसे ने एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ दी है:
तकनीकी जांच: क्या उड़ान से पहले उपकरणों का बारीकी से निरीक्षण किया गया था?
सुरक्षा प्रोटोकॉल: क्या पायलट के पास सभी जरूरी सर्टिफिकेशन और क्लीयरेंस मौजूद थे?
हादसे का कारण: पुलिस और पर्यटन विभाग अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि यह हादसा मशीन की खराबी (Technical Glitch) था, मानवीय चूक या अचानक बदला हुआ मौसम।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के सम्मान में और जांच के मद्देनजर, बीर-बिलिंग में सभी पैराग्लाइडिंग उड़ानों पर रोक लगा दी गई। जिला पर्यटन विकास अधिकारी, विनय कुमार ने स्पष्ट किया है कि मार्शल और तकनीकी टीम से रिपोर्ट मांगी गई है। लापरवाही पाए जाने पर संबंधित पक्षों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।