Edited By Kuldeep, Updated: 10 Dec, 2025 10:14 PM

प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ऊना से मंडी जाते समय कुछ समय के लिए गोबिंद सागर झील पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का प्रत्यक्ष रूप से आनंद लिया।
बिलासपुर (बंशीधर): प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ऊना से मंडी जाते समय कुछ समय के लिए गोबिंद सागर झील पहुंचे, जहां उन्होंने विभिन्न वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों का प्रत्यक्ष रूप से आनंद लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पर्यटन को नए आयाम देने के लिए पूर्ण रूप से संकल्पित है और पर्यटन अवसंरचना को मजबूत बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर में वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देना पर्यटन विस्तार की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, जिससे हिमाचल की पहचान एडवैंचर टूरिज्म हब के रूप में और मजबूत होगी। उन्होंने जिला प्रशासन बिलासपुर के उन प्रयासों की भी सराहना की, जिनके माध्यम से झील में जलक्रीड़ा गतिविधियों को योजनाबद्ध, सुरक्षित और आकर्षक स्वरूप प्रदान किया जा रहा है।
वर्तमान में गोबिंद सागर झील में क्रूज, शिकारा, स्पीड बोट और वाटर स्कूटर जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो पर्यटकों के लिए रोमांचक अनुभव का माध्यम बन रही हैं और साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को सशक्त करने में भी योगदान दे रही हैं। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों से बिलासपुर जिला पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है और अब प्रदेश के प्रमुख आकर्षणों में अपनी जगह बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन एवं स्थानीय प्रबंधन के संयुक्त प्रयासों से गोबिंद सागर झील एक पर्यटन मॉडल के रूप में विकसित हो रही है। आने वाले समय में इस पहल को और विस्तार दिया जाएगा तथा नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, ताकि हिमाचल प्रदेश जल, नभ और थल पर्यटन की त्रिस्तरीय अवधारणा को सफलतापूर्वक साकार किया जा सके। इस अवसर पर हिमफैड के उपाध्यक्ष महेश्वर चौहान, विवेक कुमार और हिमुडा निदेशक मंडल के सदस्य जितेंद्र चंदेल भी उपस्थित रहे।