Edited By Vijay, Updated: 12 Dec, 2018 09:58 PM
थाची से 4 किलोमीटर दूर भाटलुधार में एक निजी बस हादसे में 30 लोग बाल-बाल बच गए। जानकारी के अनुसार एक निजी बस चलौट से बालीचौकी की तरफ आ रही थी कि अचानक भाटलुधार से थाची की तरफ 100 मीटर आगे बस के पिछले पहिये स्किड होने पर बस सड़क के बाहर निकल गई लेकिन...
बालीचौकी: थाची से 4 किलोमीटर दूर भाटलुधार में एक निजी बस हादसे में 30 लोग बाल-बाल बच गए। जानकारी के अनुसार एक निजी बस चलौट से बालीचौकी की तरफ आ रही थी कि अचानक भाटलुधार से थाची की तरफ 100 मीटर आगे बस के पिछले पहिये स्किड होने पर बस सड़क के बाहर निकल गई लेकिन चालक ने समझदारी दिखाते हुए बस को पहाड़ी से टकरा दिया, जिससे बस वहीं रुक गई। हालांकि इस दौरान किसी भी व्यक्ति को आंशिक चोट भी नहीं आई लेकिन यात्री इससे काफी परेशान दिखे।
...तो कई लोगों की जा सकती थीं जानें
प्रत्यक्षदर्शी अमर सिंह ने बताया कि अगर चालक ने समझदारी से काम नहीं लिया होता तो वहां कई लोगों की जानें जा सकती थीं। उन्होंने कहा कि बस में जहां महिलाएं बैठी थीं तो वहीं थाची में पढऩे वाले छात्रों की संख्या भी इसमें ज्यादा थी, ऐसे में यह हादसा बहुत बड़ा हो सकता था। उन्होंने कहा कि सड़क की हालत ठीक न होने के कारण भी कई बार ऐसी समस्या आई है।
गाड़ागुशैणी में बर्फ पर बस हुई स्किड
वहीं गाड़ागुशैणी में भी बर्फ के चलते बस के स्किड होने का समाचार है लेकिन कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई है। बताया गया कि बंजार से गाड़ागुशैणी जा रही बस बर्फ के बीच फिसल गई, जिससे चालक इसे कंट्रोल करने में समय रहते कामयाब रहा। गनीमत रही कि दोनों मामलों में बस चालकों ने सावधानी से बस को कंट्रोल किया वर्ना बड़े हादसे दोनों जगह घट सकते थे।