Edited By Vijay, Updated: 07 Sep, 2025 04:16 PM

हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जल्द ही वाहनों की फिटनैस जांच के तरीकों में बड़ा बदलाव आने वाला है। यहां के कांगू में प्रदेश का पहला ऑटोमैटिक टैस्टिंग सैंटर (एटीएस) स्थापित किया जा रहा है।
मंडी (रजनीश): हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में जल्द ही वाहनों की फिटनैस जांच के तरीकों में बड़ा बदलाव आने वाला है। यहां के कांगू में प्रदेश का पहला ऑटोमैटिक टैस्टिंग सैंटर (एटीएस) स्थापित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य गाड़ियों की पासिंग प्रक्रिया को तेज, पारदर्शी और पूरी तरह से स्वचालित बनाना है, जिससे मानवीय हस्तक्षेप को खत्म किया जा सकेगा। केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्रालय के दिशा-निर्देश पर हिमाचल परिवहन विभाग की ओर से इस सैंटर को स्थापित करने की मंजूरी प्रदान की गई है। सैंटर के लिए कांगू में 4 बीघा जमीन उपलब्ध कराई गई है और इसका संचालन करने वाली कंपनी ने भी साइट पर काम शुरू कर दिया है।

बिना इंतजार के होगी जांच
इस सैंटर के शुरू होने के बाद वाहन मालिकों को घंटों तक अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। गाड़ियों की पासिंग एक स्वचालित प्रणाली से होगी, जिसमें एक ही स्कैन में गाड़ी की सभी कमियों और खूबियों का पता चल जाएगा और यह प्रक्रिया पूरी तरह से मानवीय हस्तक्षेप से मुक्त होगी। इससे वाहन मालिकों को अधिकारियों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और भ्रष्टाचार की संभावना कम होगी।
सुरक्षा और पर्यावरण पर जोर
आरटीओ मंडी नवीन कुमार ने बताया कि इस सैंटर का उद्देश्य सड़कों पर केवल प्रमाणित वाहनों को चलाना है, ताकि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अलावा यह पहल पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्यों को भी पूरा करने में मदद करेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह एटीएस 3 से 4 महीने के भीतर अपना काम शुरू कर देगा। वाहन मालिक अपनी सुविधानुसार किसी भी समय अपनी गाड़ी की पासिंग करवा सकेंगे।