Edited By Vijay, Updated: 14 Dec, 2025 04:13 PM

कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प हो तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता। इस बात को सच साबित कर दिखाया है जिला बिलासपुर के 22 वर्षीय आदित्य शर्मा ने।
बिलासपुर (विशाल): कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प हो तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता। इस बात को सच साबित कर दिखाया है जिला बिलासपुर के 22 वर्षीय आदित्य शर्मा ने। कंदरौर पुल के साथ लगती ग्राम पंचायत अवारी खलीन के गांव घुमाणी के रहने वाले आदित्य शर्मा ने भारतीय सेना में लैफ्टिनैंट बनकर न केवल अपने माता-पिता, बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में आयोजित भव्य पासिंग आऊट परेड के बाद आदित्य ने विधिवत रूप से देश सेवा की शपथ ली और सेना में अफसर बने।
आदित्य की प्रारंभिक शिक्षा स्वामी विवेकानंद पाठशाला कंदरौर से हुई, जहां से उन्होंने मैट्रिक पास की। इसके बाद राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला घुमारवीं से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। बचपन से ही सेना में जाने का सपना संजोए आदित्य ने कड़ी मेहनत करते हुए एनडीए की प्रवेश परीक्षा पास की। इसके बाद उन्होंने 3 साल तक पुणे स्थित राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और 1 साल देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी में कठिन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
आदित्य की यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि वह एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं। उनके पिता रवि दत्त अपना ट्रक चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं, जबकि माता कौरां शर्मा एक गृहिणी हैं। बेटे के सेना में अफसर बनने पर परिवार और पूरे गांव में खुशी की लहर है।