Edited By Vijay, Updated: 18 Jul, 2024 06:20 PM
हमीरपुर जिला के उपमंडल बड़सर की धबड़ियाना पंचायत के अंतर्गत स्थापित नशा मुक्ति केंद्र बणी में युवक की हत्या मामले के आरोपी केंद्र संचालक ने पुलिस थाना बड़सर में आत्मसमर्पण कर दिया है।
बिझड़ी (सुभाष): हमीरपुर जिला के उपमंडल बड़सर की धबड़ियाना पंचायत के अंतर्गत स्थापित नशा मुक्ति केंद्र बणी में युवक की हत्या मामले के आरोपी केंद्र संचालक ने पुलिस थाना बड़सर में आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस आरोपी की तलाश में पंजाब, कांगड़ा, नालागढ़, हमीरपुर व अन्य जगहों पर अलग-अलग टीमों के जरिए दबिश दे रही थी। इसी बीच नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने पुलिस थाना बड़सर पहुंचकर आत्मसर्पपण कर दिया।
बता दें कि अमित चौहान (27) पुत्र रमेश चंद निवासी ग्राम पंचायत टिक्कर कलां (भोरंज) पिछले काफी समय से इस नशा मुक्ति केंद्र में इलाज करवा रहा था। उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने पर बड़सर पुलिस और फोरैंसिक टीम मौत के कारणों का पता लगाने पहुंची थी, जिसके बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया। मामले में नशा मुक्ति केंद्र के संचालक को मुख्य आरोपी बनाया गया जोकि घटना के 2 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ नहीं आया और अब उसने आत्मसमर्पण कर दिया। इस सन्दर्भ में बड़सर के एसडीपीओ आईपीएस सचिन हिरेमठ ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक ने पुलिस थाना पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया है जबकि बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है
केंद्र में इलाज करवा रहे लड़कों के मुताबिक उनके साथ नशा मुक्ति केंद्र संचालकों द्वारा मारपीट की जाती थी। उस दिन भी मारपीट के दौरान अमित की हालत बिगड़ गई, जिसे देखकर आरोपी मौके से भाग गए। इलाज करवा रहे अन्य युवकों का भी कहना है कि उनके साथ पहले भी मारपीट की जाती रही है। हैरानी की बात है कि रिहैबिलिटेशन के नाम पर चलाए जा रहे इस केंद्र की जांच के लिए 7 सदस्यीय कमेटी बनाई गई थी लेकिन फिर भी इलाज करवा रहे मरीज के साथ मारपीट व दुर्व्यवहार जारी रहा। जानकारी के अनुसार अमित चौहान पहले नशे का आदी होने के चलते नशा निवारण केंद्र में उपचार के लिए भर्ती था लेकिन ठीक हो जाने के बाद उसे यहां जॉब पर रख लिया गया था।
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