Edited By Ekta, Updated: 09 Sep, 2018 10:28 AM
जनजातीय स्पीति उपमंडल में रोंगटोंग जलविद्युत परियोजना की 3 टरबाइनें बंद होने से विद्युत उत्पादन में प्रति घंटा 1,500 किलोवाट की गिरावट आ चुकी है। बिजली घर में बीते 2 माह से टरबाइनें बंद होने से राज्य सरकार को इस प्रोजैक्ट से करोड़ों की चपत लगने का...
उदयपुर (जगमोहन): जनजातीय स्पीति उपमंडल में रोंगटोंग जलविद्युत परियोजना की 3 टरबाइनें बंद होने से विद्युत उत्पादन में प्रति घंटा 1,500 किलोवाट की गिरावट आ चुकी है। बिजली घर में बीते 2 माह से टरबाइनें बंद होने से राज्य सरकार को इस प्रोजैक्ट से करोड़ों की चपत लगने का अनुमान है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो बांध स्थल के इनटेक माऊथ में पानी न के कारण 3 टरबाइनें बंद हैं जबकि 1 टरबाइन से बिजली का उत्पादन बहाल रखने की मशक्कत जारी है। बाढ़ से क्षतिग्रस्त इनटेक माऊथ का पुन: निर्माण होगा, उसके बाद ही सभी टरबाइनों से बिजली का उत्पादन शुरू होने की संभावना है।
क्षेत्र में रंगरीक सहित मुख्यालय काजा के लोग बताते हैं कि रोंगटोंग प्रोजैक्ट ने कभी चैन से जीने नहीं दिया है। प्रोजैक्ट के नाम पर वर्षों से उनका सामना रातों के अंधेरों से हो रहा है। समय बदल गया लेकिन अंधेरे में उजाले की उम्मीद हर बार उस समय टूटती रही है जब एकदम से बिजली कई महीनों तक बंद होती रही है। छेतन दोरजे, पलजोर छेरिंग, तनपा लोटे, दावा व तेंजिन सहित कई लोग बताते हैं कि प्रोजैक्ट की बुनियादी खामियों के चलते इस बार 3 टरबाइनें ठप्प हो चुकी हैं। स्पीति के लिए यह कोई नई घटना नहीं है। गर्मियों में बाढ़ और बर्फबारी के दौरान नाले का पानी जाम होते ही टरबाइनों की रफ्तार रुकने की घटनाओं से जनजातीय उपमंडल में 2 दशकों से मंडराते अंधेरे ने जनजातीय लोगों का जीना दुश्वार किया है लेकिन गंभीर समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकला है।
इनटेक माऊथ 2 माह से ध्वस्त, नहीं सुधरे हालात
ग्लेशियरों के पिघलने से करीब 2 माह पूर्व रटंग नाले में आई बाढ़ जब प्रोजैक्ट के इनटेक माऊथ को बहा ले गई तब से प्रोजैक्ट में बिजली का उत्पादन बंद हो गया था। वर्तमान समय में बाढ़ का उफान कम होने पर सिल्ट की समस्या भी हालांकि खत्म हो चुकी है लेकिन बिजली उत्पादन के तय लक्ष्य में 3 गुना गिरावट आ चुकी है। नाले के पानी का बहाव प्रोजैक्ट की ओर मोडऩे से महज एक टरबाइन से बिजली का उत्पादन शुरू हुआ है। उपमंडल को बिजली उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से रोजाना पत्थरों का अस्थायी बांध बनाते हुए विभाग के कर्मचारी इसके लिए रेजरवायर में पानी जमा करने की कसरत में लगे हैं। इनटेक माऊथ पर बनाए जा रहे पत्थरों के बांध को नाले का तेज प्रवाह रोजाना बहा रहा है। बनते-बिगड़ते पत्थरों के अस्थायी बांध से जितना पानी रेजरवायर में आ रहा है उससे एक टरबाइन चल रही है जबकि 3 बंद पड़ी हैं।