Edited By Kuldeep, Updated: 24 Feb, 2025 05:09 PM

हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जिला कांगड़ा में शून्य एनराेलमैंट वाले 3 प्राइमरी स्कूलाें काे डिनाेटिफाई कर दिया गया है।
धर्मशाला (तिलक): हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा जिला कांगड़ा में शून्य एनराेलमैंट वाले 3 प्राइमरी स्कूलाें काे डिनाेटिफाई कर दिया गया है। इससे संबंधित अधिसूचना प्रदेश सरकार द्वारा 11 फरवरी 2025 काे जारी की गई है। बता दें कि इन स्कूलाें में एक भी बच्चा पढ़ाई नहीं करता था, जिस कारण सरकार ने इन स्कूलाें काे बंद करने का निर्णय लिया है। बता दें जिला कांगड़ा में कुल 1534 प्राइमरी स्कूल हैं। इसके साथ ही कुछ मिडल, हाई और सीनियर सैकेंडरी स्कूलाें काे भी पहले मर्ज किया जा चुका है। जिले के जिन 3 स्कूलों पर गाज गिरी है उनमें देहरा ब्लॉक का जीपीएस भिल्लोन, पंचरुखी ब्लॉक का जीपीएस बंदू और खुंडियां ब्लॉक का नलेटी प्राइमरी स्कूल शामिल है।
प्रदेश के 27 स्कूलों को पहले भी प्रदेश सरकार की ओर से डिनोटिफाई कर दिया गया है। इस बारे में शिक्षा निदेशालय ने संबंधित जिले के डिप्टी डायरैक्टर को पत्र जारी कर शून्य एनरोलमैंट वाले स्कूलों को तुरंत प्रभाव से डिनोटिफाई के आदेश जारी कर दिए हैं। इनमें से 17 प्राइमरी स्कूल हैं, तो वहीं 10 मिडल स्कूलों को डिनोटिफाई किया गया है। इसके साथ ही वर्ष 2024 में जिले के कई स्कूलाें काे अन्य स्कूलाें में मर्ज और डिनाेटिफाई किया गया था। इसमें जिला कांगड़ा के 71 प्राइमरी, 10 मिडल स्कूलाें काे मर्ज किया गया था और 18 स्कूलाें काे डिनाेटिफाइई कर दिया गया था। बता दें कि कम संख्या वाले स्कूलों को मर्ज करने से स्कूल के स्टाफ को वहां तैनात किया जा सकता है जहां स्टाफ की काफी कमी है। इसके साथ ही जिले में कम संख्या वाले स्कूलों का ब्यौरा प्रदेश सरकार को भेज दिया गया है। ्र
डिप्टी डायरैक्टर एलीमैंटरी शिक्षा विभाग अजय सम्याल ने कहा कि इन स्कूलाें में एक भी बच्चा नहीं था। प्रदेश में कम एनरोलमैंट वाले स्कूलों को मर्ज किया जा रहा है, ताकि इन स्कूलों में तैनात स्टाफ को अन्यों स्कूलों में लगाया जा सके।