Edited By Rahul Singh, Updated: 26 Jul, 2024 06:22 PM
हिमाचल में हर साल आने वाले करीब 2 करोड़ पर्यटकों को अब पर्यावरण टैक्स देना पड़ सकता है। हिमाचल हाई कोर्ट (Himachal High Court) ने सरकार को इस मामले में विशेष कार्यबल का गठन करने के आदेश दिए हैं।
शिमला : हिमाचल में हर साल आने वाले करीब 2 करोड़ पर्यटकों को अब पर्यावरण टैक्स देना पड़ सकता है। हिमाचल हाई कोर्ट (Himachal High Court) ने सरकार को इस मामले में विशेष कार्यबल का गठन करने के आदेश दिए हैं। साथ ही हिमाचल में आने वाले पर्यटकों को भी आदेश दिआ है कि वो हिमाचल आखर गंदगी ना फैलाएं और अपने साथ कैरी बैग रखें। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने कहा है कि हिमाचल सरकार सिक्किम (Sikkim) और भूटान (Bhutan) की तर्ज पर पर्यावरण पर्यटकों से पर्यावरण टैक्स वसूले।
हिमाचल में हर साल औसतम डेढ़ करोड़ पर्यटक आते हैं औऱ खासतौर पर गर्मियों की छुट्टियों और साल के अंत में हिमाचल के बड़े पर्यटन स्थल शिमला, मनाली, कुल्लू, धर्मशाल औऱ मैक्लोड़गंज में भारी भीड़ रहती है। इसके अलावा हिमाचल में धार्मिक टूरिज्म पर भी लाखों लोग आते हैं। हिमाचल में मां चिंतपूर्णी, ज्वालाजी, चामुंडा देवी, ब्रीजेश्वरी देवी और नैना के मंदिरों के अलावा बैजनाथ में भगवान शिव का मंदिर है, इन मंदिरों के अलावा कई ऐतिहासिक मंदिर भी हिमाचल में हैं। जहां पर्यटक हर साल आते हैं।
पर्यटन हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह राज्य की जीडीपी में एक बड़ा योगदान देता है और स्थानीय निवासियों के लिए रोजगार का एक प्रमुख स्रोत है। पर्यटन से जुड़ी कई सेवाएं जैसे होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल एजेंसियां, गाइड सेवाएं, और अन्य सहायक सेवाएं राज्य की आर्थिक स्थिति को मजबूती प्रदान करती हैं।
पिछले दस वर्षों में हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या:
1. *2013:* 1.55 करोड़
2. *2014:* 1.63 करोड़
3. *2015:* 1.70 करोड़
4. *2016:* 1.75 करोड़
5. *2017:* 1.83 करोड़
6. *2018:* 1.87 करोड़
7. *2019:* 1.89 करोड़
8. *2020:* 0.50 करोड़ (कोविड-19 महामारी के कारण भारी गिरावट)
9. *2021:* 0.80 करोड़ (धीरे-धीरे सुधार)
10. *2022:* 1.51 करोड़
11. *2023:* 1.60 करोड़
12 *2024* 1 करोड़ (शुरुआती 6 माह)
हिमाचल प्रदेश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन का योगदान:
1. *रोजगार सृजन:* पर्यटन उद्योग ने स्थानीय स्तर पर लाखों लोगों को रोजगार प्रदान किया है। इसमें होटल, रेस्टोरेंट, ट्रैवल एजेंसियां, और अन्य सेवाएं शामिल हैं।
2. *राजस्व सृजन:* पर्यटन से होने वाला राजस्व राज्य की आय का एक प्रमुख स्रोत है, जो विभिन्न करों और शुल्कों के माध्यम से प्राप्त होता है।
3. *स्थानीय व्यापार:* पर्यटकों के आगमन से स्थानीय बाजारों में व्यापार बढ़ता है, जिससे स्थानीय उत्पादों और सेवाओं की मांग बढ़ती है।
4. *संस्कृति और विरासत का संरक्षण:* पर्यटन ने हिमाचल प्रदेश की संस्कृति, परंपराओं और विरासत को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे स्थानीय कलाकार