Edited By Vijay, Updated: 15 May, 2020 08:41 PM
शुक्रवार को हरियाणा की ओर से 17 लोग पांवटा साहिब के बहराल बैरियर पर पैदल ही पहुंच गए, जिन्हें बैरियर पर रोक ही दिया गया। ये लोग स्वयं को तब्लीगी जमात के सदस्य बता रहे हैं एवं हरियाणा की विभिन्न मस्जिदों से आए हैं, जिनमें से 2 को उत्तराखंड जाना है व...
पांवटा साहिब (ब्यूरो): शुक्रवार को हरियाणा की ओर से 17 लोग पांवटा साहिब के बहराल बैरियर पर पैदल ही पहुंच गए, जिन्हें बैरियर पर रोक ही दिया गया। ये लोग स्वयं को तब्लीगी जमात के सदस्य बता रहे हैं एवं हरियाणा की विभिन्न मस्जिदों से आए हैं, जिनमें से 2 को उत्तराखंड जाना है व बाकियों को नेरवा। उन्होंने जानकारी दी कि हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें 42 दिन क्वारंटाइन केन्द्र में रखने के बाद एक बस द्वारा हिमाचल तथा हरियाणा की सीमा लाल ढांग पर ही जंगल में छोड़ दिया गया। वहां से वे भूखे-प्यासे 2 किलोमीटर पैदल चलकर बहराल बैरियर पहुंचे, जहां पुलिस द्वारा उन्हें रोक दिया गया।
पड़ोसी राज्य की सरकार का नोडल अधिकारी भी नहीं था साथ
पांवटा के उपमंडलाधिकारी एलआर वर्मा के अनुसार इन लोगों की कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं थी। इनके साथ पड़ोसी राज्य की सरकार का नोडल अधिकारी भी नहीं था जबकि राजकीय अनुमति के साथ आने वाले लोगों के साथ संबंधित राज्य का एक नोडल अधिकारी होता है। मामला आलाधिकारियों को भेज दिया गया है व जैसे भी आदेश होंगे, उनका पालन किया जाएगा।