Edited By Updated: 16 Apr, 2017 02:58 PM
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और परिवहन मंत्री जीएस बाली के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई हैं।
चंबा: मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और परिवहन मंत्री जीएस बाली के बीच एक बार फिर तलवारें खिंच गई हैं। इस बार मामला वीवीआई कल्चर का है। बाली के लाल बत्ती हटाने पर मुख्यमंत्री ने विवादित बयान दिया। उन्होंने कहा 'कोई पैंट उतार दे, अपना लंगोट खोल दे और धोती लगा ले तो मैं क्या करूं।' सीएम के इस बयान को उनके और बाली के बीच नई जंग की शुरूआत माना जा रहा है। इससे पहले बाली ने बेरोजगारी भत्ता देने का मुद्दा उठाया था। भत्ता देने का सीएम शुरूआत में विरोध करते रहे लेकिन बाद में सरकार ने बेरोजगारों को भत्ता दे दिया। इसके बाद बाली ने खुद ही अपनी सपंत्ति सार्वजनिक कर सरकार के बाकी मंत्रियों पर इसी तरह का कदम उठाने का दबाव बनाया था। अब लाल बत्ती के मसले पर दोनों नेताओं के बीच लड़ाई शुरू हो गई है।
बाली ने उतारी थी लाल बत्ती
हिमाचल दिवस के मौके पर ऊना पहुंचे परिवहन मंत्री ने वीआईपी कल्चर को खत्म करने की पहल करते हुए अपनी गाड़ी पर लगाई गई रेड लाइट को उतार दिया था। उन्होंने कहा था कि बदलते वक्त के साथ इंसान को बदलना चाहिए। यही नहीं बाला ने यहां तक कह दिया था कि मुख्यमंत्री को भी लाल बत्ती की जरुरत नहीं होती। उनके आगे पीछे पायलट गाड़ियों का काफिला होता है।