Edited By Vijay, Updated: 08 Aug, 2019 09:12 PM
बालीचौकी विकास खंड की ग्राम पंचायत खणी में मनरेगा कार्य के दौरान भू-स्खलन होने से 2 महिलाएं घायल हो गईं। भू-स्खलन होने के कारण दोनों महिलाएं मलबे की चपेट में आ गईं, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। दोनों महिलाओं को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी रैफर...
मंडी (नीरज): बालीचौकी विकास खंड की ग्राम पंचायत खणी में मनरेगा कार्य के दौरान भू-स्खलन होने से 2 महिलाएं घायल हो गईं। भू-स्खलन होने के कारण दोनों महिलाएं मलबे की चपेट में आ गईं, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद निकाला गया। दोनों महिलाओं को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी रैफर किया गया है।
जमीन धंस जाने से मलबे की चपेट में आई महिलाएं
स्थानीय पंचायत के वार्ड पंच तेज राम ने बताया कि मीना देवी पत्नी नेत्र सिंह और सैमी देवी पत्नी लुहारू राम निवासी मलोरधार जब धारठा-मलोरधार रास्ते के निर्माण का कार्य कर रही थीं तो अचानक साथ लगती जमीन धंस गई, जिससे दोनों महिलाएं मलबे की चपेट में आ गईं। इनमें से एक महिला मलबे में बुरी तरह से फंस गई, जिसे अन्य मजदूरों ने काफी मशक्कत के बाद निकाला। इसके बाद दोनों महिलाओं को सी.एच.सी. बालीचौकी पहुंचाया, जहां से उन्हें क्षेत्रीय अस्पताल मंडी ले लिए रैफर कर दिया गया है।
ग्रामीण किसान कामगार संगठन के अध्यक्ष ने मांगी राहत राशि
वहीं मनरेगा कार्य के दौरान प्रभावित महिलाओं के इलाज को लेकर ग्रामीण किसान कामगार संगठन के अध्यक्ष एवं जिला परिषद सदस्य संतराम ने संबंधित विभाग से तुरंत राहत राशि की मांग की है। उन्होंने कार्यस्थल पर फस्र्ट एड बॉक्स तुरन्त दिए जाने की भी मांग की। विकास खंड अधिकारी बालीचौकी चेत राम ने कहा कि उन्होंने इस बारे पंचायत सचिव को पूरी रिपोर्ट तैयार करने के आदेश दे दिए हैं। प्रभावित मजदूरों की मनरेगा एक्ट के तहत हरसंभव सहायता की जाएगी।